कॉप-28: लंबी खींचतान के बाद क्लाइमेट पर नए प्रस्ताव पर सहमति लेकिन नीयत सवालों के घेरे में
लंबी खींचतान के बाद आखिरकार दुबई वार्ता में एक नए क्लाइमेट प्रस्ताव पर सहमति हो
लंबी खींचतान के बाद आखिरकार दुबई वार्ता में एक नए क्लाइमेट प्रस्ताव पर सहमति हो
दुबई में जारी क्लाइमेट कांफ्रेंस में (कॉप28) में इस साल तेल, गैस और कोयले का
दुबई में चल रहे कॉप28 सम्मलेन में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन हुआ,
भारत ने अपनी 14वें नेशनल इलेक्ट्रिसिटी प्लान (एनईपी) में नवीकरणीय ऊर्जा में वृद्धि की जो
एक प्रभावशाली अमेरिकी गैर-लाभकारी संगठन के सर्वे में पाया गया है कि चार्जिंग और बैटरी
दुबई में 28वीं क्लाइमेट वार्ता की शुरुआत विवादों के साथ हुई है। पहले बीबीसी ने
साल 2021 में दुनियाभर में साफ ऊर्जा क्षेत्रों में उपलब्ध नौकरियों की संख्या 3.5 करोड़
धरती की तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए 2030 तक
एशिया और अफ्रीका के प्रवासी मज़दूर नवंबर दिसंबर में दुबई में होने वाले 28 वें
एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि उचित सावधानियां नहीं बरती गईं तो