हिमाचल: मॉनसून पूर्व बारिश न होने और गर्मी के कारण किसानों को 207 करोड़ का नुकसान
यह पहला मौका है, जब हिमाचल प्रदेश में मॉनसून पूर्व बारिश न होने और भीषण
यह पहला मौका है, जब हिमाचल प्रदेश में मॉनसून पूर्व बारिश न होने और भीषण
दुनिया के वैज्ञानिक और शोधकर्ता कह रहे हैं कि हीटवेव सबसे घातक आपदाओं का रूप
आबो हवा में घुलता वायु प्रदूषण और जहरीले रसायन प्रदूषण और स्वास्थ्य पर हेल्थ साइंस
कृषि में प्रयोग की जा रही यह भारी मशीनें किसी डायनासोर से कम नहीं जो
नया वैज्ञानिक शोध बताता है कि हिमनदों के लिये ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रभाव से उबरना
रिपोर्ट में इस बात की भी 93 फीसदी आशंका जताई है कि वर्ष 2022 से
देश में जंगलों की वित्तीय कीमत के आकलन के लिए एक फार्मूला अपनाया जाता है
विश्व अभी भी अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जीवाश्म ईंधन (कोयला, गैस
जलवायु परिवर्तन प्रभावों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है और भारत सर्वाधिक
यूपी के लखीमपुर खीरी ज़िले में बहने वाली एक छोटी सी धारा पिछले कुछ सालों