भारत की मोबिलिटी फर्म ओला का इरादा इस साल 2022 में “हाइपरचार्जर” नेटवर्क बिछाने का है। इस मुहिम के तहत कंपनी देश में कुल 4000 e2W चार्जर लगाने जा रही हैI ओला ने कहा है कि वह भारत पेट्रोलियम के पेट्रोल पम्पों और रिहायशी क्षेत्रों को इस नेटवर्क के लिये इस्तेमाल करेगी ताकि अधिक से अधिक लोग आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकें। ओला ने अपने बैटरी टू-व्हीलर S1 और S1 प्रो e2W के लॉन्च के बाद ये ऐलान किया है। कंपनी का कहना है कि साल 2022 के आखिर तक इनका मुफ्त इस्तेमाल हो सकेगा।
फर्म के सीईओ ने ट्वीट कर कहा कि ओला का मकसद दुनिया का सबसे विशाल और घना टू-व्हीलर चार्जिंग नेटवर्क बनाने का है। इसके तहत देश के 400 शहरों में दुपहिया वाहनों की चार्जिंग के लिये 1 लाख चार्जिंग स्टेशन लगाये जायेंगे। दावा बड़ा है लेकिन देखना होगा कि ओला इस ऐलान को वास्तविकता में बदल पाती है या नहीं।
भारत की पहली लीथियम रिफायनरी गुजरात में
भारत की पहली लीथियम रिफायनरी गुजरात में लगेगी। मणिकरन लीथियम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने इसके लिये गुजरात सरकार के साथ एमओयू किया है। इस रिफायनरी में लीथियम हाइड्रोक्साइड बनाया जायेगा जो लीथियम आयन बैटरियों के उत्पादन में इस्तेमाल होता है। यह रिफायनरी 2025-26 में लग जायेगी और माना जा रहा है कि इससे प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से 1000 नौकरियां पैदा होंगी।
बैटरी वाहनों की दुनिया में उतरेगी सोनी, ऑडी ने लगाये 1800 करोड़ पाउण्ड
कन्जूमर इलैक्ट्रोनिक्स कंपनी सोनी ने बैटरी वाहन क्षेत्र में आने का फैसला किया है और सोनी मोबिलिटी के नाम से अपना बैटरी वाहन डिवीज़न खड़ा करने का ऐलान किया है। कम्पनी ने लॉस वेगास में उपभोक्ता शो में अपनी इलैक्ट्रिक कार का प्रोटोटाइप प्रदर्शित किया। कंपनी अपनी बैटरी कार को कई इलैक्ट्रोनिक फीचरों से सुसज्जित करेगी जिसमें 360 डिग्री सेंसर और LiDAR के साथ 5 जी कनेक्टिविटी होगी जिससे कार सेल्फ ड्राइविंग मोड में चल सकेगी।
इस बीच ऑडी ने ई-मोबिलिटी में कुल 1800 करोड़ पाउण्ड निवेश का फैसला किया है। कम्पनी का इरादा 2033 से सिर्फ इलैक्ट्रिक वाहन ही बनाने का है। यूरोप में बहुत लोकप्रिय यह लक्सरी ब्रान्ड (जो पोशे भी बनाती है) 2025 तक 24 देशों में चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिये कुल 70 करोड़ पाउण्ड का निवेश करेगी।
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