इंडियन ऑटो एलपीजी एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि फिलहाल बैटरी वाहन सेक्टर का विस्तार टाल दिया जाये और इसकी जगह एलपीजी वाहनों पर ध्यान केंद्रित किया जाये जो कि वायु प्रदूषण कम करने की दिशा में एक दूसरा विकल्प है। फिलहाल ऑटो सेक्टर की हालत बहुत खराब है और मौजूदा लॉकडाउन के कारण नई कारों की मांग काफी घट गई है। इस वजह से पुर्ज़े बनाने वाली कंपनियों को हर रोज़ 1000-2000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। उधर भले ही ऑइल मार्केटिंग फर्म BSVI ईंधन बनाने लगी हों लेकिन नई BSVI गाड़ियां नहीं बिक रही हैं।
उधर बैटरी वाहन निर्माताओं के संगठन (SMEV) के मुताबिक साल 2019 में इलैक्ट्रिक टू-व्हीलर की बिक्री में 20.6% की बढ़त हुई है और कुल 1,56,000 इलैक्ट्रिक टू-व्हीलर बिके। बैटरी बसों की बिक्री में 50% वृद्धि हुई है जबकि इलैक्ट्रिक कारों की बिक्री 5% घटी। यह कमी थोक बिक्री न हो पाने से हुई है। इस साल कोरोना की मार के बाद अब 2021 भारत के बैटरी बाज़ार के लिये काफी महत्वपूर्ण होगा।
भारतीय छात्रों ने बनाया 1 लाख का ई-स्कूटर
तमिलनाडु के 6 मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्रों ने एक पेट्रोल स्कूटर को ई-स्कूटर में बदला है। यह स्कूटर एक बार चार्ज किये जाने पर 80 किलोमीटर चलता है और इसकी कीमत 1 लाख रूपये रखी गई है। इसका नाम फ्यूर्जो (Fuerzo) रखा गया है जो स्पेनिश शब्द है जिसका मतलब है फोर्स। यह स्कूटर कुल 250 किलो तक भार ले जा सकता है और इसकी अधिकतम गति 35 किमी/घंटा है। इसे मात्र 20 रुपये में एक बार चार्ज किया जा सकता है। छात्रों का कहना है कि इसकी कीमत 60,000 से 70,000 तक लाई जा सकती है।
चीन: बैटरी वाहन सब्सिडी में इस साल 10% कटौती लेकिन छूट अब 2022 तक मिलेगी
चीनी सरकार ने तय किया है कि बैटरी वाहनों पर मिलने वाली सब्सिडी पर इस साल 10% की कटौती होगी। 23 अप्रैल से लागू यह फैसला उन वाहनों के लिये है जिनकी कीमत 3,00,000 युवान ($ 42,376) से कम है। लेकिन इस कटौती के साथ ही चीन सरकार ने 2015 के उस फैसले को फिलहाल टाल दिया है जिसके तहत इस साल बैटरी वाहनों पर सब्सिडी बन्द की जानी थी। यह छूट अब 2022 तक जारी रहेगी।
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