coal phaseout

बदलते नियम और खदानों का विस्तार: जंगलों पर है किसका अधिकार?

आदिवासी बहुल होने के बाद भी बरका सयाल अपने कोयला खनन के लिए अधिक जाना जाता है। विशेष सरकारी रियायतों के कारण खनन के विस्तार के बाद यह पहचान और सुदृढ़ हो गई है — जो भारत की एक परेशान कर देने वाली वास्तविकता को दर्शाता है।

जस्ट ट्रांजिशन: वैकल्पिक रोजगार के लिए कोयला श्रमिक चाहते हैं नीतिगत सहायता

झारखंड में ऊर्जा परिवर्तन के प्रभावों और कोयला श्रमिकों की वैकल्पिक आजीविका को लेकर दिल्ली