कॉप-28 में जीवाश्म ईंधन के प्रयोग को घटाने की रफ्तार तेज़ करेंगे: अल जबेर
इस साल के अंत में संयुक्त अरब अमीरात में होने वाली जलवायु परिवर्तन वार्ता में
इस साल के अंत में संयुक्त अरब अमीरात में होने वाली जलवायु परिवर्तन वार्ता में
ऊर्जा बदलाव की तीसरी कड़ी में हृदयेश जोशी बात कर रहे हैं दिल्ली की अम्बेडकर
आदिवासी बहुल होने के बाद भी बरका सयाल अपने कोयला खनन के लिए अधिक जाना जाता है। विशेष सरकारी रियायतों के कारण खनन के विस्तार के बाद यह पहचान और सुदृढ़ हो गई है — जो भारत की एक परेशान कर देने वाली वास्तविकता को दर्शाता है।
जीवाश्म ईंधन के लिए दी जा रही खरबों डॉलर की सब्सिडी पर्यावरण के विनाश का
कार्बन कॉपी हिंदी के विशेष पॉडकास्ट सीरीज ऊर्जा बदलाव के पहले एपिसोड में हमने समझा
भारत जी-20 वार्ताओं में ‘जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन’ की चर्चा पर जोर देगा, क्योंकि देश में
भारत अपनी राष्ट्रीय विद्युत नीति (एनईपी) के अंतिम मसौदे से एक महत्वपूर्ण खंड को हटाकर
झारखंड में ऊर्जा परिवर्तन के प्रभावों और कोयला श्रमिकों की वैकल्पिक आजीविका को लेकर दिल्ली
भारत 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है, जिसके
इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (आईएफसी) जो कि विश्व बैंक का हिस्सा है, नये कोयला प्रोजेक्ट्स के