हसदेव अरण्य में विरोध प्रदर्शनों के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन माइनिंग प्रोजेक्ट्स पर ‘अनिश्चितकाल’ की रोक लगाई
स्थानीय आदिवासियों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शनों के बाद छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में
स्थानीय आदिवासियों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शनों के बाद छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में
ज़बरदस्त गर्मी और केरल में जल्दी प्रवेश के बावजूद कमज़ोर मॉनसून ने इस बार फसल
जहाँ एक तरफ पाकिस्तान , भारत , नेपाल , बांग्लादेश सरीखे दक्षिण एशियाई निवासी कभी
किसी देश, स्थानीय क्षेत्र या विश्व के किसी भी भूमि उपयोग मानचित्र को देखें तो
हिमाचल के बद्दी औद्योगिक क्षेत्र (ज़िला सोलन) में उद्योगों द्वारा तीन नदियों – बलाद, सिरसा
रविवार (30 मई) को मौसम विभाग ने घोषणा की कि केरल में मॉनसून पहुंच चुका
यह पहला मौका है, जब हिमाचल प्रदेश में मॉनसून पूर्व बारिश न होने और भीषण
दुनिया के वैज्ञानिक और शोधकर्ता कह रहे हैं कि हीटवेव सबसे घातक आपदाओं का रूप
भारत पिछले कुछ हफ्तों से भयानक हीटवेव की मार झेल रहा है। मौसम विभाग की
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनडीपी) की एक विशेष रिपोर्ट में अपील की गई है कि