ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेज़न ने सामान की डिलीवरी और ट्रांसपोर्ट के लिये 1 लाख बैटरी चालित वैन खरीदने का फैसला किया है। किसी कंपनी के पास यह दुनिया का सबसे बड़ा बैटरी वाहनों का बेड़ा होगा। इन वाहनों का बनाने का टेका अमेज़न ने बैटरी वाहनों की उस्ताद कंपनी टेस्ला को दिया है। इनमें से 10,000 गाड़ियां 2021 से सड़कों पर दौड़ने लगेंगी और सभी वाहनों की डिलीवरी 2030 तक हो जायेगी। इसके लिये कंपनी ने 44 करोड़ अमेरिकी डालर का निवेश किया है और कहा जा रहा है कि 2030 से इन बैटरी वाहनों की वजह से सालाना 40 लाख टन कार्बन डाइ ऑक्साइड का इमीशन रोका जा सकेगा।
दिल्ली: बैटरी वाहनों से बचेंगे तेल और गैस में खर्च होने वाले 6000 करोड़
बैटरी वाहन नीति के तहत दिल्ली की सड़कों पर अगले 5 साल में पांच लाख बैटरी वाहन उतारे जायेंगे। अनुमान है कि इससे तेल और सीएनजी जैसे ईंधन पर खर्च होने वाले 6000 करोड़ सालाना की बचत होगी। इससे हर साल करीब 48 लाख टन CO2 इमीशन भी घटेगा। यह बात दिल्ली के डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन और रॉकी माउंटेनियरिंग संस्थान द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया है। लेकिन यह याद रखना ज़रूरी है कि इस बैटरी नीति का हाल भी केंद्र सरकार की बैटरी नीति जैसा न हो जाये। केंद्र ने पहले 2030 तक सड़कों में पूर्ण रूप से बैटरी वाहन उतारने की बात कही लेकिन अब वह उस नीति से पीछे हट गई है।
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