राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण यानी एनटीसीए में दायर एक याचिका में शिकायत की गई है कि उत्तराखंड के कार्बेट नेशनल पार्क के संरक्षित इलाके में टाइगर सफारी के लिये 10,000 पेड़ काटे गये जबकि केवल 163 पेड़ ही काटने की अनुमति मांगी गई थी। साल 2019 में डिस्कवरी चैनल के ‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ कार्यक्रम – जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू किया गया था – के दौरान इस सफारी का विचार हुआ था। टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता गौरव बंसल की याचिका में शिकायत की गई है कि सफारी के लिये 10,000 पेड़ काटे गये।
शुक्रवार को आईजी फॉरेस्ट (सेंट्रल ज़ू अथॉरिटी) सोनाली घोष ने उत्तराखंड वन विभाग से इस पर स्थिति साफ करने को कहा है। राज्य के प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट राजीव भर्तहरी ने कहा है कि उन्होंने इस पर रिपोर्ट मांगी है। कालागढ़ (जिस क्षेत्र में यह टाइगर सफारी पड़ती है) के डीएफओ किशनचंद ने कहा है कि दस हज़ार पेड़ काटे जाने के आरोप गलत हैं हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि अफसरों को पता था कि इस सफारी के लिये 10,000 से 12,000 पेड़ कटेंगे।
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