देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कर्नाटक में 5 मौतें
देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून के पहले बारिश और तेज हवाओं के कारण जनजीवन
देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून के पहले बारिश और तेज हवाओं के कारण जनजीवन
जलवायु परिवर्तन और काराकोरम विसंगति के कारण पश्चिमी नदियों के मुकाबले पूर्वी नदियां समय से पहले सूखने लगेंगी। अतः जल के न्यायसंगत बंटवारे के लिए संधि की समीक्षा जरूरी है।
वैश्विक क्लाइमेट फाइनेंस ज़रूरत से काफी कम है, इसलिए भारत को सस्टेनेबिलिटी की ओर खुद का मार्ग बनाना होगा। यानि फंडिंग गैप को भरने के लिए धरेलू संसाधनों, नए वित्तीय विचारों और स्मार्ट निवेश का सहारा लेना होगा।
थिंक-टैंक एम्बर की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में दुनिया की 40 प्रतिशत से
उत्तर भारत के कई हिस्सों जहां बारिश और तेज़ हवा से तापमान गिरा और लोगों
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार देश में अप्रैल से जून के बीच सामान्य
म्यांमार में शुक्रवार को आये ज़बरदस्त भूकंप से मरने वालों की संख्या 1,700 के पार
पढ़िए जलवायु और पर्यावरण से जुड़ी देश और दुनिया की इस हफ्ते की पांच बड़ी
उत्तराखंड के चमोली में शुक्रवार तड़के हिमस्खलन की चपेट में आए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ)
उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बर्फबारी और बारिश के बाद, शुक्रवार को बद्रीनाथ के