प्लास्टिक संधि पर भारत की उलझन, एक ओर प्रदूषण तो दूसरी ओर रोज़गार खोने का संकट
प्लास्टिक प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दक्षिण कोरिया के बुसान में अंतर्राष्ट्रीय बैठक चल रही
प्लास्टिक प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दक्षिण कोरिया के बुसान में अंतर्राष्ट्रीय बैठक चल रही
सर्दियों के दौरान होनेवाले प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने बुधवार को
एक नए अध्ययन के अनुसार, भारत दुनिया का सबसे बड़ा प्लास्टिक प्रदूषक है। नेचर पत्रिका
देश में बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय परिवेशी वायु
प्लास्टिक पर अंतरसरकारी वार्ता समिति के चौथे सत्र (आईएनसी-4) में पहली बार 15 सालों में
इस साल के अंत में जलवायु परिवर्तन महासम्मेलन (COP-29) अज़रबेज़ान में होना है और मेज़बान
एक नई रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 60 प्रतिशत कुप्रबंधित प्लास्टिक कचरे के लिए 12
नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) को लॉन्च हुए पांच साल बीत चुके हैं, और इसके
दिल्ली में पटाखों पर लगा प्रतिबंध बेअसर रहा और इस साल दिवाली के बाद राष्ट्रीय
लोकसभा ने बुधवार को वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक पारित कर दिया, जिसमें देश की सीमाओं