दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक बीवाईडी हैदराबाद में कारखाना लगाना चाहती थी।

भारत ने ‘सुरक्षा कारणों’ से चीनी कंपनी का 1 बिलियन डॉलर निवेश का प्रस्ताव ठुकराया

भारत ने चीनी ऑटो निर्माता कंपनी बीवाईडी (बिल्ड योवर ड्रीम्स) का 1 बिलियन डॉलर के निवेश का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। बीवाईडी दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में है और वह भारतीय कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के साथ मिलकर हैदराबाद में कारखाना लगाना चाहती थी। 

दोनों कंपनियों ने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्रीज़ और इंटर्नल ट्रेड (डीपीआईआईटी) में अर्ज़ी दी थी, और सालाना 10 से 15 हज़ार इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना थी। लेकिन इकोनॉमिक टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि ‘वार्ता के दौरान इस निवेश को लेकर सुरक्षा चिंताएं जताईं गई’। अख़बार ने एक अन्य सूत्र के हवाले से कहा है कि ‘नियम ऐसे निवेश की इज़ाजत नहीं देते हैं’।

भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए वित्तपोषण एक बड़ी चुनौती: रिपोर्ट

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने एक नई रिपोर्ट में कहा है कि भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए फाइनेंस एक बड़ी चुनौती है, और यह जरूरी है कि ऐसे विकल्प पेश किए जाएं जो ईवी की लागत को आईसीई वाहनों के बराबर लाने में मदद कर सकें। रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबिलिटी-एस-ए-सर्विस (मास) के पूरे फायदे उठाने के लिए जरूरी है कि बाइक टैक्सी और साइकिल के वाणिज्यिक वाहन के रूप में  वर्गीकरण जैसे मुद्दों पर स्पष्टीकरण हो।

रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि बाइक टैक्सी के फायदे जैसे ट्रैफिक में राहत, कम लागत, और उपभोक्ता के लिए उपलब्ध विकल्पों में विस्तार आदि पर भी जोर दिया जाना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ताओं को सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु, सुविधाजनक इंटीग्रेशन और विभिन्न प्रकार के विकल्प प्रदान किए जाने चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसमें सुझाव दिया गया है कि पुराने वाहनों की स्क्रैपेज नीति के लिए जरूरी है कि वह ऐसे वाहनों से छुटकारा पाने को फायदेमंद बनाए।

ईवी ग्राहकों को सब्सिडी देने के लिए यूपी सरकार ने शुरू किया पोर्टल

यूपी में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को सब्सिडी का फायदा पहुंचाने के लिए के लिए, सरकार ने सब्सिडी पोर्टल की शुरुआत की है। 14 अक्टूबर 2022 के बाद खरीदी गई इलेक्ट्रिक गाड़ियों के ग्राहक इस पोर्टल पर जाकर सब्सिडी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए 4-लेवल का वेरिफिकेशन पूरा करना होगा और इसके पूरा होते ही सब्सिडी ईवी मालिक के बैंक अकॉउंट में भेज दी जाएगी। सरकार अपने इस प्रयास के जरिए उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है।

उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण एवं गतिशीलता नीति, 2022 के तहत, सब्सिडी प्रोत्साहन योजना का लाभ कुछ शर्तों के साथ लिया जा सकेगा। इसका लाभ 13 अक्टूबर 2023 तक लिया जा सकेगा। पोर्टल पर अप्लाई करने के बाद चार लेवल के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। जिसमें पहला वेरिफिकेशन डीलर के लेवल पर होगा, बाद में रजिस्ट्रेशन और फिर डिपार्टमेंट के स्तर पर किया जाएगा और सबसे आखिर में टीआई द्वारा इसका वेरिफिकेशन किया जायेगा।

ईवी मालिक द्वारा पोर्टल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, वेरिफिकेशन पूरा होते ही लगभग तीन कार्यदिवसों में ग्राहक के बैंक अकॉउंट में सब्सिडी ट्रांसफर कर दी जाएगी। यह सब्सिडी केवल निजी खरीदारों को दी जाएगी।

अगले साल आ सकती है मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार

मारुति सुजुकी जल्द ही भारत में अपना पहला इलेक्ट्रिक मॉडल पेश कर सकती है। मारुति की इलेक्ट्रिक कार की पहली फोटो भी सामने आ गई है, जिसके अनुसार सुजुकी ईवीएक्स इलेक्ट्रिक एसयूवी में फ्रंट फेशिया, स्कल्पटेड बोनट डिजाइन और पीछे की तरफ थिक बॉडी है। ईवीएक्स में एक लेयर्ड स्पॉइलर, रग्ड बम्पर और फुल-विड्थ कनेक्टिंग एलईडी स्ट्रिप के साथ शार्प टेल लैंप देखने को मिलेंगे।

जानकारी के मुताबिक, सुजुकी ईवीएक्स इलेक्ट्रिक एसयूवी 60-किलोवाट ऑवर बैटरी पैक से लैस हो सकती है, जो 550 किलोमीटर तक की रेंज दे सकती है।  संभावना है कि यह लगभग 138-170 एचपी की मैक्सिमम पावर जेनरेट करेगी। इसमें 2डब्ल्यूडी और ऑल-व्हील ड्राइव दोनों ऑप्शन मिलेंगे। संभावना है कि कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक एसयूवी को भारत में 2024 में लॉन्च कर सकती है। हालांकि अभीतक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

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