देश में 50 लाख लोग कोयले पर निर्भर, जस्ट ट्रांजिशन की चर्चा पर जोर देगा भारत
भारत जी-20 वार्ताओं में ‘जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन’ की चर्चा पर जोर देगा, क्योंकि देश में
भारत जी-20 वार्ताओं में ‘जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन’ की चर्चा पर जोर देगा, क्योंकि देश में
नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुए एक नए अध्ययन के अनुसार 2018-2021 के दौरान भारत में
मानवता के सामने आसन्न सबसे बड़े संकट को हल करने में एआई का महत्वपूर्ण रोल हो सकता है, लेकिन उन ख़तरों को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता जो इस टेक्नोलॉजी से जुड़े हैं।
नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा है कि हरित ऊर्जा बिजली परियोजनाओं को
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने घोषणा की है कि भारत 2025-26 तक कोयले का
साल 2030 तक भारत को 140 गीगावॉट पवन ऊर्जा का लक्ष्य हासिल करना है जिसके लिए हर साल 13 गीगावॉट की क्षमता जोड़नी होगी। लेकिन मौजूदा रफ्तार से यह लक्ष्य हासिल करने में 50 साल लगेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेश ने चेतावनी दी है कि ग्लेशियरों के तेज़ी से पिघलने
अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और लघु द्वीपीय देशों सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने पिछले
इंटरनेशनल फोरम फॉर एनवायरनमेंट, सस्टेनेबिलिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में अगले 30 वर्षों
जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (आईपीसीसी) ने सोमवार को एक सिंथेसिस रिपोर्ट जारी की। यह