दिल्ली सरकार ने साल 2020 में सबसे अधिक बिकने वाली कार, टाटा निक्सोन को फिलहाल बैटरी वाहनों उस लिस्ट से हटा दिया है जिन पर सब्सिडी मिलती है। यह फैसला एक ग्राहक की शिकायत पर किया गया जिसमें कहा गया कि यह कार कभी भी 200 किलोमीटर की ड्राइविंग रेन्ज को पार नहीं कर पाई जबकि इसे सिंगल चार्जिंग में 320 किलोमीटर चलने वाली बता कर बेचा गया। बैटरी कारों पर 1.5 से 3.0 लाख तक की छूट मिल रही है लेकिन इस फैसले के बाद टाटा निक्सोन की बिक्री घटने की आशंका है। हालांकि टाटा का कहना है कि इस मॉडल की ड्राइविंग रेन्ज को ARAI सर्टिफिकेशन के तहत “आदर्श परिस्थितियों” में तय की गई दूरी माना गया है और उसके द्वारा ग्राहक की इस शिकायत की जांच कराया जाना बाक़ी है।
अगले 10 साल में वोल्वो होगी पूरी तरह इलैक्ट्रिक
स्विस कार निर्माता कंपनी वोल्वो ने घोषणा की है कि साल 2030 से वह केवल पूरी तरह इलेक्ट्रिक कारें ही बेचेगी। इस ऐलान के साथ वोल्वो यूरोप की उन बड़ी कंपनियों में शामिल हो गई है जो आईसी इंजन कारों को स्थाई रूप से अलविदा कह रही हैं। वोल्वो ने 2019 में ऐलान किया था कि उसकी सभी कारों में (हाइब्रिड के रूप में) इलैक्ट्रिक मोटर होगी और 2025 तक उसकी 50% बिक्री पूरी तरह से इलैक्ट्रिक कारों की होगी। वोल्वो का कहना है कि वह हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाहनों में निवेश नहीं करना चाहती क्योंकि कंपनी को नहीं लगता कि इन वाहनों में ग्राहकों की कोई दिलचस्पी होगी।
भारत ने टेस्ला को दिया दुनिया का सबसे किफायती ऑफर
भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अमरीकी इलैक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला को दुनिया का – चीन से सस्ता – किफायती ऑफर दिया है। शर्त ये है कि टेस्ला अपनी कारों को केवल भारत में एसेंबिल ही न करे बल्कि शुरू से लेकर आखिर तक यहां पर बनाये थी। इसके पीछे सोच है कि टेस्ला भारत से अपनी गाड़ियों को बनाकर दूसरे देशों को निर्यात करे।
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