मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि अरब सागर में बन रही चक्रवाती स्थितियों के कारण केरल में पहुंचने वाले मॉनसून में देरी होगी।
सामान्य तौर पर 1 जून तक मॉनसून केरल पहुंच जाता है और उत्तर की ओर बढ़ते हुए वह 15 जून तक लगभग पूरे देश में फैल जाता है।
लेकिन दक्षिण-पूर्व अरब सागर में चक्रवात बनने के कारण मंगलवार को एक दबाव का क्षेत्र बन गया जिसकी वजह से मॉनसून की शुरुआत के लिए ज़रूरी क्लाउड कवर (बादलों का जमाव) कम रहा।
हीटवेव से राहत देने के अलावा भारत की अर्थव्यवस्था के लिए भी मॉनसून बहुत महत्वपूर्ण है।
भारत में 51% क्षेत्रफल में लगी फसल (जो कि देश के कुल उत्पादन का 40% है) बारिश से सिंचित होती है। भले ही देश की जीडीपी में कृषि का योगदान करीब 16% ही हो लेकिन कुल आबादी का 47% अब भी खेती में ही लगा है।
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