फसल चौपट: रबी और खरीफ दोनों फसलों पर असर से साफ है कि जलवायु संकट का सर्वाधिक प्रभाव कृषि और खाद्य सुरक्षा पर पड़ेगा।

कई राज्यों में बरसात की आंखमिचौली से धान की फसल पर चोट

देश के कई राज्यों में अनियमित बारिश के कारण धान की फसल पर असर पड़ा है। कुछ हफ्ते पहले पूरे देश में हीटवेव के कारण गेहूं का उत्पादन घटा था। यूपी, बंगाल और बिहार देश के सबसे बड़े धान उत्पादकों में हैं जहां कई हिस्सों में बारिश कम हुई। दूसरी ओर एक अन्य बड़े धान उत्पादक राज्य असम की ज़्यादातर ज़मीन बाढ़ में डूबी रही।     जानकार बताते हैं कि ऐसे हालात में धान का उत्पादन 1.5 करोड़ टन घट सकता है। 

हीटवेव से 9 राज्यों के कृषि उत्पादन पर प्रभाव: रिपोर्ट 

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की एक रिपोर्ट के मुताबिक  मार्च और अप्रैल में तेज़ हीटवेव के कारण देश के 9 राज्यों  के कृषि उत्पादन पर असर पड़ा है। यह राज्य हैं पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र। गेहूं के उत्पादन पर तो असर पड़ा ही हीटवेव के कारण कीड़ों की मार भी बढ़ी, ज़मीन पर हरियाली कम हुई। इसके अलाना फसलों और पशुओं पर वाइरल संक्रमण हुआ।

मौसम विभाग ने बताया था कि जुलाई में 85% ज़िले किसी न किसी स्तर पर शुष्क हालात झेल रहे  हैं। रिपोर्ट में पाया गया कि 756 में से 63 ज़िले शुष्क नहीं (नॉन-एरिड) की श्रेणी में थे जबकि 660 ज़िलों में मौजूदा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के बावजूद कम, मध्यम या अधिक शुष्कता थी। बचे 33 ज़िलों के डाटा उपलब्ध नहीं थे। कुल 660 में से जो 196 ज़िले बहुत अधिक शुष्कता झेल रहे हैं उनमें से 65 यूपी में हैं।   

बाढ़ जैसी क्लाइमेट आपदाओं ने संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ाया 

क्लाइमेट चेंज से बिगड़ते बाढ़ के हालात, हीटवेव और सूखे के कारण मलेरिया, हैजा और हंतावाइरस जैसी बीमारियों का खतरा 58% बढ़ा है। यह बात एक नई स्टडी में सामने आयी है। नेचर क्लाइमेट चेंज नाम के जर्नल में छपी इस स्टडी में स्थापित मामलों के अध्ययन के बाद पाया गया कि मानवों को होने वाली ज्ञात 375 संक्रामक बीमारियों में से 218 का फैलाव बढ़ा है और क्लाइमेट चेंज से जुड़े 10 तरह की एक्सट्रीम वेदर में से किसी न किसी से इस फैलाव का रिश्ता है।  

सभी महाद्वीपों में हीटवेव के कारण टूट रहे तापमान के रिकॉर्ड 
चीन में भयानक हीटवेव चल रही है और अभी वहां के 70 शहरों में 40 डिग्री से अधिक का तापमान है। अधिकारियों का कहना है कि  373 अन्य शहरों में तापमान के 35 डिग्री से अधिक जाने की संभावना है। जुलाई के महीने में ये चीन में दूसरी हीटवेव है। उधर यूरोप में यूके, स्पेन, हंगरी, क्रोशिया फ्रांस सहित कई देशों में हीटवेव चल रही है। फ्रांस के 5 क्षेत्रों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ किया गया है जहां तापमान लगातार 35 डिग्री होने के बाद अब  40 डिग्री से ऊपर होने की संभावना है। स्पेन के सिविले में तापमान 43 डिग्री से ऊपर होने के बाद यहां दुनिया में पहली बार हीटवेव का नामकरण किया गया – जोइये।  उत्तरी अमेरिका में दो हीटवेव दर्ज की गई। पहली ओक्लाहामा और कन्हास और दूसरी ओरेगोन और वॉशिंगटन के बीच। 

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