क्या दिखेगा जापानी असर: जापानी ई-बाइक कंपनियों के बीच करार का असर भारत के बैटरी-बाइक बाज़ार पर भी दिख सकता है। फोटो: Nikkei

जापान में ई-बाइक निर्माताओं में बैटरी मानकों पर सहमति

जापान के चार बड़े इलैक्ट्रिक बाइक निर्माताओं ने एक स्टैंडर्ड बैटरी स्वॉपिंग सिस्टम विकसित करने के लिये समझौता किया है ताकि बैटरियां की अदलाबदली आसानी से हो सके। यह समझौता चार बड़ी जापानी कंपनियों सुज़ुकी, होन्डा, यामाहा और कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज़ के बीच हुआ। दुनिया के इलैक्ट्रिक बाइक बाज़ार के  50% से अधिक पर इन चार कंपनियों का क़ब्ज़ा है। 

ज़ाहिर है कि इस बैटरी स्वॉपिंग सिस्टम को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार को खयाल में रखकर किया जायेगा और भारत जैसे देश में इसका फायदा दिख सकता है जहां उपभोक्ता को बैटरी चार्जिंग पॉइंट्स की फिक्र लगी रहती है। 

बाइडन सरकार लायेगी बैटरी वाहनों के लिये कई छूट 

ख़बर है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन देश में इलैक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री बढ़ाने के लिये ढेर सारे इन्सेन्टिव देगी। इनमें सबसे अहम है कार निर्माता कंपनियों को टैक्स में छूट का दायरा बढ़ाया जायेगा। अब तक कार निर्माताओं को छूट  $7,500 डॉलर और दो लाख गाड़ियों तक सीमित थी जबकि बाइडन प्रशासन इस सीमा को 6 लाख गाड़ियों तक बढ़ा सकता है। सरकार पुरानी बैटरी कार खरीदने पर भी  $12,50 डॉलर की टैक्स छूट देगी। अभी अमेरिका में बैटरी कारों की सालाना बिक्री 3,58,000 है। बाइडन प्रशासन का लक्ष्य इसे 2023 तक 10 लाख और 2030 तक 40 लाख करने का है। 

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