मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई है। कूनो में पिछले डेढ़ महीनों के भीतर यह अफ्रीका से लाए गए तीसरे चीते की मौत है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मादा चीता ‘दक्षा’ ने आपसी लड़ाई में लगे घाव के कारण दम तोड़ दिया। सुबह करीब 10.45 पर मॉनिटरिंग टीम ने ‘दक्षा’ को घायल अवस्था में देखा। उसका इलाज किया गया लेकिन करीब 12 बजे उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि एक नर चीते के हिंसक हमले के चलते ‘दक्षा’ की मौत हुई है।
कूनो में इससे पहले भी दो चीते दम तोड़ चुके हैं। मार्च में मादा चीता ‘साशा’ की मौत किडनी इंफेक्शन की वजह से हुई थी, वहीं अप्रैल में नर चीता ‘उदय’ इलाज के दौरान कार्डियक अरेस्ट से मारा गया।
तीन मौतों के बाद कूनो नेशनल पार्क में अब 17 चीते ही बचे हैं।
इसी बीच चीतों को बाड़े से बाहर खुले जंगल मे छोड़ने की तैयारी भी चल रही है। पर्यावरण मंत्रालय ने कहा है कि जून में मानसून की बारिश शुरू होने से पहले इन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि चीतों को पार्क से बाहर जाने दिया जाएगा और ‘जब तक वह ऐसे क्षेत्रों में प्रवेश नहीं करते जहां उन्हें बड़ा खतरा हो सकता है’ तब तक जरूरी नहीं कि उन्हें पार्क में वापस लाया जाए।
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