बैटरी वाहनों में आग की बढ़ती घटनाओं और कमज़ोर क्वालिटी के सेल (जिनके कारण आग की घटनायें होती हैं) के इस्तेमाल को देखते हुये अब एक नया बदलाव हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय जल्द ही विद्युत वाहनों को चलाने वाली बैटरियों के लिये बीआईएस (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) मानकों की घोषणा कर सकता है। सीएनबीसी – टीवी 18 ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि पहले ये मानक और गाइडलाइन दुपहिया वाहनों की बैटरी के लिये लागू होंगे जिनमें बैटरी के आकार, कनेक्टर, सेल की न्यूनतम क्वॉलिटी और क्षमता आदि शामिल होगी।
चीन में लीथियम की कमी से विश्व बाज़ार में लीथियम-ऑयन बैटरियों की सप्लाई पर असर
विद्युत वाहनों की बैटरी बनाने के लिये लीथियम की मांग विश्व बाज़ार में बढ़ती जा रही है। हर कोई इस जादुई धातु की तलाश में है। फिलहाल इसकी बढ़ती मांग और कम सप्लाई के बीच का अंतर विश्व बाज़ार में लीथियम-आयन बैटरियों की किल्लत पैदा कर रहा है। चीन दुनिया की कुल 80% कार बैटरियां बनाता है और अभी वहां लीथियम की कमी से इन बैटरियों के निर्माण की रफ्तार पर असर पड़ा है। इस बीच लीथियम की कीमतों में भी 500% का उछाल आया है और इसका असर इलैक्ट्रिक वाहनों की कीमत पर पड़ेगा। अनुमान है कि इस कारण हर कार की कीमत 1000 डालर तक बढ़ सकती है।
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