VIDEO : कोयला आधारित अर्थव्यवस्था की विकल्पहीनता के संकट और प्रदूषण की मार झेलते ग्रामीण
खनन क्षेत्र के विस्थापितों व कोयला श्रमिकों के बीच सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ता अरुण कुमार महतो यह
खनन क्षेत्र के विस्थापितों व कोयला श्रमिकों के बीच सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ता अरुण कुमार महतो यह
जलवायु परिवर्तन सम्मेलन से ठीक पहले यूएनईपी और प्रमुख रिसर्च संस्थानों की रिपोर्ट जीवाश्म ईंधन
भारत जब साफ ऊर्जा की ओर बढ़ने की बात कर रहा है तो उन लाखों
कोयले की कमी के कारण देश में “ब्लैक-आउट” की ख़बरों के बाद कोयला मंत्रालय ने
कोयला मंत्रालय ऐसी योजना बना रहा है जिसके मुताबिक जिस कंपनी को कोयला खदान आवंटित
झारखंड के देवघर जिला में स्थित चितरा कोयला खदान एक बहुत ही पुरानी कोयला खदान
छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य की गिनती प्राचीन जंगलों में होती है। एक अध्ययन के सामने
जलवायु परिवर्तन पर काम कर रहे समूहों की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में
जलवायु परिवर्तन पर काम कर रहे समूहों की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में
ग्रीनपीस का कहना है कि 2021 में कोयले के प्रति दिखी उदासीनता के बावजूद चीन