बुधवार को पंजाब में कुल 3,634 जगह खेतों में पराली जलाई गई जो इस साल एक दिन में पराली दहन की सबसे अधिक संख्या है. Photo: CIAT/Wikimedia Commons

पराली का धुंआं दिल्ली में भरा, प्रदूषण में एक तिहाई योगदान

बुधवार को पराली जलाने की घटनाओं में तेज़ी आयी और आने वाले दिनों में हवा और ख़राब होगी।

दिल्ली और आसपास के इलाकों में एयर क्वॉलिटी बेहद खराब स्तर पर है। गुरुवार सुबह 6 बजे आनंद विहार इलाके में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 449 दर्ज किया गया। बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण (पीएम 2.5) में पराली का योगदान 32 प्रतिशत रहा जो इस साल का उच्चतम स्तर है।

बुधवार को पंजाब में कुल 3,634 जगह खेतों में पराली जलाई गई जो इस साल एक दिन में पराली दहन की सबसे अधिक संख्या है। यह आंकड़े भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) के हैं।

महत्वपूर्ण है कि सोमवार और मंगलवार को मिलाकर पराली जलाने की कुल घटनायें 3,973 थी। यानी बुधवार को इसमें तेज़ी आयी और आने वाले दिनों में हवा और ख़राब होगी।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत काम करने वाली पूर्वानुमान एजेंसी SAFAR  के मुताबिक वातावरण की दो निचली सतहों में हवा के बहने की अच्छी रफ्तार के कारण तेज़ी से पराली का धुंआं राजधानी दिल्ली पहुंचा है।

हालांकि दिल्ली में चल रही हवा ने इसे फिर भी एक जगह जमने नहीं दिया। जहां दिल्ली के पीएम 2.5 में बुधवार को इसका हिस्सा 32 प्रतिशत था वहीं सोमवार को यह 22 प्रतिशत और मंगलवार को 14 प्रतिशत था।

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