केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों का अध्ययन कर जानकारों ने बताया है कि सिर्फ ठंड के मौसम में ही नहीं दिल्ली और उससे सटे शहरों की हवा गर्मियों में भी बहुत प्रदूषित और दम घोंटने वाली है। सोमवार को दिल्ली की हवा “बहुत ख़राब”(322), गाज़ियाबाद की “बहुत ख़राब (384)” और गुरुग्राम की “खराब” (277) श्रेणी में थी। दिल्ली में 1 से 12 मई के बीच 10 जगहों में पीएम 2.5 का औसत 500 था जो कि “हानिकारक” की श्रेणी में आता है।
सरकार ने वायु प्रदूषण पर चिंताजनक रिपोर्ट को फिर किया खारिज
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने हाल ही में प्रकाशित हुई ‘स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर रिपोर्ट’ (SoGA) को खारिज करते हुये कहा है कि ऐसी रिपोर्ट्स का मकसद सिर्फ“डर” पैदा करना होता है। पिछले महीने प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया था कि 2017 में भारत में 12 लाख लोगों की मौत वायु प्रदूषण की वजह से हुई। इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों में इस तरह की चेतावनी दी जा चुकी है जिसमें दो साल पहले प्रकाशित लेंसट रिपोर्ट भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि दो साल पहले भी तत्कालीन पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने लेंसट रिपोर्ट को खारिज़ कर दिया था जबकि सरकार की अपनी रिसर्च बॉडी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के शोध में भी पिछले साल ऐसे ही चिंताजनक आंकड़े सामने आये।
लोकसभा चुनाव: आप ने किया फसल की ठूंठ जलाने से होने वाले प्रदूषण से लड़ने का वादा
पिछली 12 मई को दिल्ली में 7 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गये। यहां सभी सीटों पर लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने हर साल जाड़ों से पहले फसल की ठूंठ (खुंटी) जलाने से होने वाले प्रदूषण से लड़ने का वादा किया है। पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में किसानों द्वारा फसल कटाई के बाद खुंटी जलाने से दिल्ली में हर दमघोंटू हालात पैदा हो जाते हैं। इससे निबटने के लिये नई तकनीक की मशीनें लाये जाने और राज्यों के बीच तालमेल बिठाने की बात उठती रही है।