पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने हाल में जारी पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक (ईपीआई) 2022 को गलत बताया और कहा की “प्रदर्शन के आकलन में उपयोग किए गए कुछ संकेत अनुमानित हैं तथा अटकल और अवैज्ञानिक पद्धितियों पर आधारित हैं” |
पिछले हफ्ते येल और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं ने पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2022 (ईपीआई) में 180 देशों में भारत को सबसे कम स्कोर दिया था। ईपीआई जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय सार्वजनिक स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र की जीवन शक्ति को कवर करने वाले 40 प्रदर्शन संकेतकों पर आधारित विश्लेषण है।
इस वरीयता में भारत को पाकिस्तान, बांग्लादेश, बांग्लादेश, वियतनाम और म्यांमार से भी नीचे रखा गया है। नीचे के पांच देश एक साथ पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश हैं।
दो साल पहले, हमने अंग्रेजी में एक डिजिटल समाचार पत्र शुरू किया जो पर्यावरण से जुड़े हर पहलू पर रिपोर्ट करता है। लोगों ने हमारे काम की सराहना की और हमें प्रोत्साहित किया। इस प्रोत्साहन ने हमें एक नए समाचार पत्र को शुरू करने के लिए प्रेरित किया है जो हिंदी भाषा पर केंद्रित है। हम अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद नहीं करते हैं, हम अपनी कहानियां हिंदी में लिखते हैं।
कार्बनकॉपी हिंदी में आपका स्वागत है।