चक्रवात बिपरजॉय गुरुवार शाम को गुजरात के कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्र में तट से टकराया और भारी तबाही मचाई। हालांकि अधिकारियों ने बताया कि अबतक किसीके मरने की खबर नहीं है, लेकिन करीब 23 लोग घायल हुए हैं। तूफान में 5,120 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और 4,600 गांवों की बिजली चली गई। इनमें से 3,580 गांवों में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि 1,000 से अधिक गांवों में अभी भी बिजली नहीं है।
बिपरजॉय के लैंडफॉल के दौरान 140 किमी प्रति घंटे की विनाशकारी हवा से करीब 600 पेड़ उखड़ गए और तीन राजमार्गों पर यातायात ठप हो गया। कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए।
गुरुवार शाम साढ़े छह बजे चक्रवात के जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंचने के बाद से समूचे कच्छ जिले में भारी बारिश हुई जो आज तड़के ढाई बजे तक जारी रही। लगातार तेज बारिश से समुद्री जल निचले इलाकों में स्थित गांवों में प्रवेश कर गया।
चक्रवात के तट से टकराने के पहले एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था।
बिपरजॉय अब दक्षिणी राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। एनडीआरएफ ने राज्य सरकार से परामर्श के बाद पहले ही जालोर में एक टीम तैनात कर दी है, क्योंकि भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है और लोग फंस सकते हैं।
तट से टकराने के कुछ घंटों बाद चक्रवात की तीव्रता ‘बहुत गंभीर’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है। उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा बिपरजॉय अब कमजोर होकर ‘चक्रवाती तूफान’ में बदल गया है। और दक्षिणी राजस्थान के ऊपर पहुंचने से पहले इसकी तीव्रता और घटेगी और यह एक डिप्रेशन रह जाएगा।
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