पिछले एक महीने में पूरे देश में प्रचंड गर्मी की मार रही है। कई प्रदेशों में तापमान 45ºC से ऊपर चला गया तो राजस्थान के चुरू में तो 1 जून को तापमान 50.8ºC रहा जो प्रदेश में अब तक का सर्वाधिक तापमान था। 10 जून को दिल्ली में 48 डिग्री तापमान के साथ नया रिकॉर्ड बना।
दुनिया भर में मौसम पर नज़र रखने वाली वेबसाइट एल-डोरेडो के मुताबिक विश्व के 15 सबसे गर्म शहरों में से 11 भारत में हैं। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा था कि देश के अधिकतर हिस्सों में 0.5 डिग्री से 1.0 डिग्री अधिक तापमान रहेगा। सरकार ने भी इस साल फरवरी में संसद में आंकड़े पेश करते हुये कहा था शहरों का तापमान बढ़ रहा है।
अहमदाबाद, नागपुर और भुवनेश्वर जैसे शहरों ने कुछ साल पहले गर्म होती आबोहवा से निपटने के स्थानीय स्तर पर कुछ एक्शन प्लान तैयार किये लेकिन जितने भयावह हालात हैं उनसे लड़ने के लिये ये तैयारियां बहुत कम ही कही जायेंगी।
दो साल पहले, हमने अंग्रेजी में एक डिजिटल समाचार पत्र शुरू किया जो पर्यावरण से जुड़े हर पहलू पर रिपोर्ट करता है। लोगों ने हमारे काम की सराहना की और हमें प्रोत्साहित किया। इस प्रोत्साहन ने हमें एक नए समाचार पत्र को शुरू करने के लिए प्रेरित किया है जो हिंदी भाषा पर केंद्रित है। हम अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद नहीं करते हैं, हम अपनी कहानियां हिंदी में लिखते हैं।
कार्बनकॉपी हिंदी में आपका स्वागत है।
आपको यह भी पसंद आ सकता हैं
-
चौबीस घंटों में ही टूटा सबसे गर्म दिन का रिकॉर्ड, जुलाई 22 रहा पिछले 84 सालों में सबसे गर्म दिन
-
पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन की नज़र से बजट की प्रमुख बातें
-
सड़क की धूल के प्रबंधन में खर्च की गई एनसीएपी की 64% फंडिंग: सीएसई
-
क्या 2035 तक रहने लायक नहीं रहेगा भारत?
-
लॉस एंड डैमेज फंड बोर्ड की बैठक, फिलीपींस को चुना गया मेजबान