हाइड्रोज़न से क्या मुमकिन है? चीन को लगता है कि हाइड्रोज़न पर सफर किया जा सकता है लेकिन टेस्ला जैसी कंपनियों ने इस पर सवाल खड़े किये हैं। फोटो – चायनाडेली

ज़ीरो इमीशन ट्रांसपोर्ट: ड्रैगन की नज़र में है हाइड्रोज़न

ऐसा लगता है कि प्रदूषण मुक्त परिवहन के लिये चीन हाइड्रोज़न गैस को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने की सोच रहा है। बैटरी वाहनों के जनक कहे जाने वाले वॉन गंग ने ब्लूम्सबर्ग को दिये इंटरव्यू में कहा है कि हाइड्रोज़न से चलने वाले वाहन व्यवहारिक होंगे क्योंकि ईंधन के रूप में इसकी रीफ्यूलिंग आसान है। खासतौर से लम्बी दूरी तय करने वाले वाहनों जैसे बस और ट्रक के लिये यह काफी उपयोगी रहेगा।

दुनिया में बिकने वाले कुल बैटरी वाहनों में 50% से अधिक चीन में बिकते हैं और हाइड्रोज़न का इस्तेमाल इस सेक्टर में क्रांति ला सकता है। वैसे अभी इस ईंधन को लेकर बहस भी चल रही है। जहां जापान ने इसका सफल प्रयोग किया है वहीं नार्वे में एक फ्यूल स्टेशन में हुये विस्फोट से हाइड्रोज़न के सुरक्षित प्रयोग को लेकर आशंका भी पैदा हुई है। बैटरी वाहनों के मामले में अव्वल कंपनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्कईंधन के रूप में हाइड्रोज़न को मुमकिन नहीं मानते वहीं टोयोटा, ह्युन्दई और होन्डा जैसी कंपनियां इस ईंधन के पक्ष में हैं।

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