भारत की पहली वाटरबॉडी गणना सही कदम, लेकिन तय करनी होगी लंबी दूरी
भारत ने पहली बार यह गणना की है कि देश में कितनी वाटरबॉडी हैं। यह
भारत ने पहली बार यह गणना की है कि देश में कितनी वाटरबॉडी हैं। यह
साल 2030 तक भारत को 140 गीगावॉट पवन ऊर्जा का लक्ष्य हासिल करना है जिसके लिए हर साल 13 गीगावॉट की क्षमता जोड़नी होगी। लेकिन मौजूदा रफ्तार से यह लक्ष्य हासिल करने में 50 साल लगेंगे।
अडानी ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में बड़े खिलाड़ी बनने की राह में हैं, लेकिन उनकी
धरती के गर्म होने की रफ्तार बढ़ रही है। ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण आपदाओं की
जोशीमठ के वर्तमान हालात बताते हैं कि कमज़ोर संवेदनशील क्षेत्र में समावेशी योजना का अभाव
जोशीमठ ग्लेशियर के छोड़े हुए मलबे पर बसा है यह बात सभी जानते हैं, लेकिन
चीन में कोविड-19 की जो लहर चली है उससे भारत में भी यह शंका पैदा
जैव विविधता सम्मेलन में कुछ ऐतिहासिक फैसले हुए हैं लेकिन बायोडाइवर्सिटी को क्षति पहुंचाने वाले
जलवायु परिवर्तन पर कम ही सही लेकिन हर साल सालाना सम्मेलन के वक्त कुछ चर्चा
कई उतार-चढ़ाव देखने के बाद आखिर शर्म-अल-शेख में वह एकमात्र बड़ी कामयाबी हो पाई जिसकी