बैटरियों की ऊंची कीमत और चीन पर निर्भरता के कारण बजाज ऑटो ने अभी बैटरी वाहनों की दिशा में धीमी रफ्तार के साथ बढ़ने का फैसला किया है। हालांकि जनवरी 2020 में इलैक्ट्रिक चेतक के साथ बजाज ऑटो ने बैटरी दुपहिया वाहनों के बाज़ार में धमाकेदार शुरुआत की और वह एक बड़ा इलैक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता है। बैटरियों की कीमतें प्रति किलोवॉट-घंटा करीब 150 डॉलर गिर चुकी हैं लेकिन कंपनी पैर पसारने से पहले एहतियात बरत रही है। वैसे इसके प्रतिस्पर्धी काइनेटिक, महिन्द्रा और टीवीएस समेत कुछ कंपनियों ने अपने अलग अलग मॉडल उतारने शुरू कर दिये हैं।
उधर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि देश के भीतर बैटरी निर्माण संभव करने की नीति पर काम हो रहा है। यह देशव्यापी ईवी बैटरी पॉलिसी देसी ऑटो निर्माताओं के लिये बहुत अच्छी ख़बर होगी क्योंकि बैटरी वाहनों में 45-50 प्रतिशत कीमत बैटरी की ही होती है। इनमें से अधिकतर चीन से आयात हो रही हैं। क्या यह नीति देसी उत्पादन को बढ़ा पायेगी।
फ्रांस में एक शहर पूरी तरह बैटरी कारों पर
ऑटोमोबाइल कंपनी रेनो ने फ्रांस के एक शहर को पूरी तरह बैटरी कारों वाला बना दिया है। दक्षिण फ्रांस के एपी शहर को कंपनी ने अपने बैटरी कार प्रोजेक्ट के लिये चुना। रेनो ने यहां के हर निवासी को एक नयी ZOE बैटरी कार 3 साल के लिये मुफ्त दी है ताकि लोगों को पता चले कि इलैक्ट्रिक वाहन क्या बदलाव ला सकते हैं। जिस शहर एपी के लोगों को यह बैटरी कार दी गई है वह फ्रांस का बहुत दूर दराज का शहर है लेकिन कहा जा रहा है कि ZOE कार की करीब 394 किलोमीटर की ड्राइविंग रेंज यहां के लोगों के लिये उपयोगी होगी। कंपनी ने 3 साल के लिये कार देने के साथ इन लोगों के घरों में कार चार्जिंग पॉइंट भी मुफ्त में लगाये हैं।
चीनी ऑटोमेकर ने अमेरिका में लॉन्च करेगी सबसे सस्ती बैटरी कार
चीनी बैटरी कार कंपनी कंडी (जिसे अपने देश में झीजियांग कांगडी के नाम से जाना जाता है) जल्द ही अमेरिका में सबसे सस्ती इलैक्ट्रिक कार लॉन्च करेगी। इसकी कीमत 20,490 अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है यानी करीब 15.5 लाख रूपये। पूरी तरह से इलैक्ट्रिक K 27 नाम की कार इस साल के अंत तक यह कार बाज़ार में आ जायेगी। सरकारी छूट के बाद ग्राहक को यह कार करीब 12,999 डॉलर यानी करीब 9.75 लाख रुपये की पड़ेगी। ऐसे में यह शैवर्ले स्पार्क से करीब 2,000 डालर सस्ती होगी। यह कार एक चार्जिंग में 100 मील तक जा सकती है।
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