दिल्ली सरकार की बैटरी वाहन नीति (EV पॉलिसी) के तहत इस साल 10 अक्टूबर के बाद से सड़कों पर उतरने वाले इलैक्ट्रिक वेहिकल्स को रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क नहीं देना होगा। केजरीवाल सरकार का लक्ष्य है कि साल 2024 तक दिल्ली में 5 लाख बैटरी वाहन हों। नये कदम से खरीदारों को रजिस्ट्रेशन फी के 3,000 नहीं देने होंगे। इसके अलावा रोड टैक्स भी नहीं चुकाना होगा जो कि वाहन की कीमत का 4-10% तक होता है।
महत्वपूर्ण है कि इस साल कोरोना महामारी के कारण पैदा हालात से पूरे देश में 10,000 से कम इलैक्ट्रिक दुपहिया बिक पाये हैं। इस दौरान 60 लाख पेट्रोल दुपहिया बिके जबकि बैटरी टू व्हीलर की बिक्री 7,552 ही रही जो कि पिछले साल के मुकाबले 25% की गिरावट है।
भारत में हाइड्रोजन सेल से चलने वाली कार का सफल ट्रायल
भारत ने एक सफल ट्रायल रन किया है जिसमें वाहन हाइड्रोजन ईंधन सेल से चलता है। इसमें जिस आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है उसे प्रोटोन एक्सचेंज मेम्ब्रेन (PEM) कहा जाता है। यह बैटरी के तापमान को 65-75 डिग्री सेल्सियस तक रखती है जो इसे सड़क के हालात के अनुकूल है। इस तकनीक को विकसित करने में काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) और पुणे स्थित KPIT टेक्नोलॉजी का हाथ है। अभी माना जा रहा है कि इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल मालवाहकों (बड़े ट्रकों) के लिये होगा क्योंकि जो फ्यूल सेल बनाये गये हैं वह अधिक भारी इंजन के साथ किफायती साबित होंगे।
टेस्ला भारत में 2021 से कारें बेचेगी
जानी मानी अमेरिकी बैटरी कार कंपनी टेस्ला ने घोषणा की है कि वह 2021 भारत में कार बेचना शुरू करेगी। इसके लिये जनवरी से ऑर्डर बुक किये जायेंगे। एक बड़ा कारखाना (गीगा-फैक्ट्री) लगाने के लिये कंपनी की कर्नाटक सरकार से बात चल रही है। इससे पहले टेस्ला शंघाई में कारखाना लगा चुकी है। वैसे भारत की इम्पोर्ट ड्यूटी को लेकर टेस्ला के सीईओ ईलोन मस्क असंतोष ज़ाहिर कर चुके हैं।
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