पिछले दो सालों से निवेशक न मिलने के बाद अब तमिलनाडु बिजली बोर्ड TANGEDCO ने सौर और पवन ऊर्जा के टेंडर निकालना बन्द कर दिया है। बिजली खरीद और भुगतान के लिये बोर्ड की ओर से निवेशकों को भरोसा नहीं मिला पाया जिसकी वजह से किसी ने निविदाओं में रुचि नहीं दिखाई। अब राज्य में टेंडर सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) निकालेगा। उधर केंद्र सरकार ने निवेशकों को तय वक्त पर भुगतान के लिये एक कार्यक्रम तय करने और नीति में बदलाव का ऐलान किया है जिससे साफ ऊर्जा की मुहिम पर ब्रेक न लगे।
2040 तक भारत होगा साफ ऊर्जा में अव्वल, पिछले साल 7.19 लाख लोगों को मिला रोज़गार
लंदन स्थित बीपी एनर्जी आउटलुक ने साफ ऊर्जा को लेकर काफी उम्मीद जगाने वाली भविष्यवाणी की है। दुनिया में 2040 तक कार्बन रहित ऊर्जा का इस्तेमाल कोयले से अधिक होगा। बीपी एनर्जी का कहना है कि भारत इस मामले में अग्रणी देश होगा। हालांकि टैक्स और कंपनियों को भुगतान जैसी ज़मीनी सच्चाईयों को देखकर ऐसा नहीं लगता क्योंकि सौर और पवन ऊर्जा में निवेश के लिये निकाले जा रहे कई टेंडरों को फिलहाल रद्द करना पड़ा है।
उधर इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी (IRENA) ने ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि साफ ऊर्जा से जुड़े क्षेत्र में पिछले साल 1.1 करोड़ लोगों को रोज़गार मिला। भारत में कुल 7.19 लोगों को रोज़गार मिलने की बात कही गई है।
ओबेराय ग्रुप के दो होटलों में 100% सौर ऊर्जा का इस्तेमाल
ओबेराय ग्रुप ने घोषणा की है कि उसके गुड़गांव स्थित दोनों होटल पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चल रहे हैं। इसके लिये हरियाणा के बालासर में एक कैप्टिव सोलर प्लांट बनाया गया है जो 7.5 मेगावॉट क्षमता का है जिसमें 27 हज़ार सोलर पैनल लगे हैं। ग्रुप का कहना है कि उसके ओबेराय और ट्राइडेंट होटल दिल्ली-एनसीआर में पूरी तरह साफ ऊर्जा पर चलने वाले पहले होटल हैं और सौर ऊर्जा के इस प्रयोग से कार्बन इमीशन में सालाना 12 हज़ार टन से अधिक की कटौती होगी।
फेसबुक ने किया साफ ऊर्जा में किया $ 41 करोड़ निवेशसोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने अमेरिका के टैक्सस में 41.6 करोड़ डॉलर का सोलर पार्क लगाने का फैसला किया है। बोस्टन की कंपनी लॉन्गरोड एनर्जी ने घोषणा की है कि वह फेसबुक के साथ एक प्रोजेक्ट तैयार कर रही है। इस सोलर पार्क से 379 मेगावॉट बिजली पैदा होगी। इससे करीब 72 हज़ार घरों को बिजली मिलेगी।
दो साल पहले, हमने अंग्रेजी में एक डिजिटल समाचार पत्र शुरू किया जो पर्यावरण से जुड़े हर पहलू पर रिपोर्ट करता है। लोगों ने हमारे काम की सराहना की और हमें प्रोत्साहित किया। इस प्रोत्साहन ने हमें एक नए समाचार पत्र को शुरू करने के लिए प्रेरित किया है जो हिंदी भाषा पर केंद्रित है। हम अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद नहीं करते हैं, हम अपनी कहानियां हिंदी में लिखते हैं।
कार्बनकॉपी हिंदी में आपका स्वागत है।
आपको यह भी पसंद आ सकता हैं
-
40% आयात शुल्क के कारण एक्मे-स्कैटेक ने 900 मेगावाट की सौर परियोजना रोकी
-
हरित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारत को सकल घरेलू उत्पाद का 11% खर्च करना होगा, 40% खर्च नवीकरणीय ऊर्जा में होना चाहिए: मैकिन्से
-
भारत साफ ऊर्जा के संयंत्रों को ग्रिड से जोड़ने के लिये लगाएगा 161 करोड़ डॉलर
-
मिशन 500 गीगावॉट और नेट ज़ीरो वर्ष का हुआ ऐलान पर व्यवहारिक दिक्कतें बरकार
-
साफ ऊर्जा बढ़ाने के लिये भारत की “मिशन 500 गीगावॉट” की योजना