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भारत में मिले एचएमपीवी के 3 मामले, जानिए क्या है यह बीमारी और इससे कैसे बचें

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने नियमित मॉनिटरिंग के द्वारा देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी)

‘जंगलों के क्षेत्रफल के साथ उनकी गुणवत्ता देखना बहुत ज़रूरी है’

सरकार की नई रिपोर्ट में फॉरेस्ट और ट्री कवर बढ़ा है लेकिन जैव विविधता को लेकर जानकारों की चिन्ता बरकरार है क्योंकि वह स्वस्थ और विविधतापूर्ण जंगल और पारिस्थितिकी का सूचक है।

असुरक्षित स्थानों पर रहते हैं 70 फीसदी हिम तेंदुए

30 जनवरी 2024 को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, भारत में मात्र 718 हिम तेंदुए हैं, जिनमें से केवल एक तिहाई ही कानूनी संरक्षण में हैं।

भारत के ‘चमत्कारिक वृक्षों’ की कहानी बताती पुस्तक

एक वनस्पतिशास्त्री की इस नई पुस्तक में भारत के विराट और प्राचीनतम पेड़ों के साथ इतिहास और संस्कृति की किस्सागोई है।

क्या चीड़ है उत्तराखंड के जंगलों में आग का असली ‘खलनायक’?

उत्तराखंड में अनियंत्रित जंगलों की आग के लिए अक्सर चीड़ को जिम्मेदार ठहराया जाता है। लेकिन फायर लाइनों का अभाव, वन कर्मचारियों और आग से लड़ने के लिए संसाधनों की कमी, और क्लाइमेट चेंज के कारण बढ़ता तापमान और शुष्क मौसम भी इसके लिए जिम्मेदार है। इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए यह स्वीकार करना जरूरी है।