आग का डर हावी: बैटरियों में आग की घटनाओं से ओला पहले से चौथे नंबर पर आ गई है। फोटो - Economic Times

बैटरियों में आग की घटनाओं से दुपहिया बाज़ार में ओला को झटका

दुपहिया इलैक्ट्रिक वाहनों में आग की घटनाओं की मार ओला के टू-व्हीलर्स की बिक्री पर पड़ी है। वाहन के आंकड़ों के मुताबिक  जून के महीने में ओला के  केवल 5,869 इलैक्ट्रिक वाहन रजिस्टर हुये जबकि अप्रैल में यह टू-व्हीलर बाज़ार में सबसे अग्रणी था। अप्रैल से ओला का ग्राफ लगातार गिरा है और अब यह दुपहिया विक्रेताओं में ओकिनावा, एम्पियर वेहिकल और हीरो इलैक्ट्रिक के बाद चौथे नंबर पर है।  मई के मुकाबले ओला की बिक्री जून में  30 प्रतिशत गिरी है। 

उधर अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सेन डियागो के शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने बहुत कम तापमान से लेकर बहुत अधिक तापमान में काम कर सकने वाली इलैक्ट्रिक बैटरियों का आविष्कार कर लिया है। जाने माने साइंस जर्नल पीएनएएस में प्रकाशित इस शोध के बाद कहा जा रहा है कि अधिक तापमान में बैटरियों को ठंडा करने के लिये अब कूलिंग सिस्टम की ज़रूरत नहीं होगी। 

हरियाणा सरकार ने नई बैटरी वाहन नीति को दी मंज़ूरी 

हरियाणा सरकार ने अपनी नई ईवी नीति में बैटरी वाहनों के प्रयोग को प्रोत्साहित करने की कोशिश की है। राज्य सरकार ने 70 लाख तक के बैटरी वाहन पर 15 प्रतिशत छूट (अधिकतम 10 लाख रुपये) देने की घोषणा की है। यानी अगर कोई 30 लाख का विद्युत वाहन खरीदे तो उसे साढ़े चार लाख और 70 लाख का वाहन खरीदे तो 10 लाख रुपये तक की छूट मिल सकती है। इसके अलाव 40 लाख से कम कीमत के हाइब्रिड वाहन पर 3 लाख तक छूट मिल सकती है। विदेशी आयातित बैटरी वाहनों की कीमत 40 से 70 लाख के बीच है। 

एल जी इलैक्ट्रॉनिक ने विद्युत वाहन चार्जिंग क्षेत्र में कदम बढ़ाये 

बढ़ते वैश्विक विद्युतीकरण को देखते हुए अब एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने भी विद्युत वाहन चार्जिंग कारोबार में  कदम बढ़ाया है | हाल ही में एलजी ने एक घरेलू ईवी चार्जिंग निर्माता – एप्पल मैंगो – का अधिग्रहण किया | एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स अब इस कंपनी में 60 फीसद का हिस्सेदार है| उसी कंपनी में जीएस एनर्जी और जीएस नियोटेक की भागीदारी भी  34 फीसद और 6 फीसद है।

सख्त उत्सर्जन नियमों के चलते कार निर्माता अपने लाइनअप में बैटरी वाहनों को तेजी से अपना रहे हैं। आंकड़ों की मानें तो 2030 तक दुनिया के ईवी चार्जिंग सॉल्यूशंस मार्केट की क़ीमत बढ़कर 316 बिलियन डॉलर हो सकती है |

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