उत्तर भारत के कई भागों में शीतलहर का प्रकोप बुधवार को भी जारी रहा। राजधानी दिल्ली में इस महीने यह शीतलहर का आठवां दिन दर्ज किया गया, जो पिछले लगभग 12 सालों का रिकॉर्ड है।
वहीं चिल्लई कलां से जूझते जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे रहा। श्रीनगर में -4.3 डिग्री सेल्सियस, पहलगाम में -11.7 डिग्री सेल्सियस, और कुपवाड़ा में -6.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।
दिल्ली का न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस रहा। राजस्थान के भी कुछ शहरों में तापमान शून्य से नीचे रहा।
पश्चिम मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -5.1 डिग्री सेल्सियस, यानी काफी नीचे दर्ज किया गया। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल-सिक्किम के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
मौसम विभाग ने दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत के कई इलाकों के लिए ‘ऑरेंज’ और ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। ‘ऑरेंज अलर्ट’ का अर्थ होता है कि संबंधित अधिकारी मौसम में बदलाव के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी आपात स्थिति के लिए “तैयार रहें”, वहीं ‘येलो अलर्ट’ का मतलब है कि मौसम तेजी से बदल सकता है, इसके लिए सतर्क रहें।
मौसम विभाग ने भविष्वाणी की है कि अगले सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार 20 जनवरी से एक नया सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है, जिस वजह से वर्षा और हिमपात की संभावना है।
आपको यह भी पसंद आ सकता हैं
-
यमुना के लिए समर्पित पर्यावरण प्रेमी मनोज मिश्रा नहीं रहे
-
क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जलवायु परिवर्तन संकट हल किया जा सकता है?
-
सुपर साइक्लोन मोका ने म्यांमार में मचाई तबाही, बांग्लादेश को बख्शा
-
कूनो में डेढ़ महीने के भीतर तीसरे चीते की मौत
-
भारत की पहली वाटरबॉडी गणना सही कदम, लेकिन तय करनी होगी लंबी दूरी