फोटो: Shailendra Kotian/Pixabay

केरल में आठ दिन पहले आया मानसून; दिल्ली में भारी बारिश से उड़ानें प्रभावित

दक्षिण-पश्चिम मानसून आठ दिन पहले केरल के तट पर पहुंच गया, जिसके कारण शनिवार को भारी बारिश और तेज हवाओं से राज्य भर में व्यापक नुकसान हुआ। पेड़ गिरने और बिजली के खंभे टूटने के कारण कई इलाकों की बिजली गुल हो गई और घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा। शहरी और ग्रामीण इलाकों में कई सड़कें जलमग्न हो गईं।

मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि पिछली बार मानसून इतना पहले 2009 में आया था। आईएमडी ने केरल के सभी जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं और आगामी कुछ दिनों के लिए बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी दी है। 

केरल सरकार ने कहा है कि राज्य भर में 5 लाख लोगों के लिए 3,000 राहत कैंप बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से एनडीआरएफ की नौ टीमें भेजने का अनुरोध किया है। वायनाद और पतनमतिट्टा में एडवेंचर टूरिज्म और खनन को निलंबित कर दिया गया है। संवेदनशील क्षेत्रों के आस-पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।

इडुक्की जिले में बढ़ते जलस्तर के कारण मलंकर बांध के शटर खोले गए और नदियों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई।

दिल्ली में भारी बारिश से 200 से अधिक उड़ानें प्रभावित

दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रविवार तड़के भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ। दिल्ली शहर में शनिवार रात 11:30 बजे से रविवार सुबह 5:30 बजे के बीच 81.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के साथ 82 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं। खराब मौसम के कारण 17 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों समेत 49 उड़ानें डायवर्ट की गईं। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 180 से अधिक उड़ानों में देरी हुई।

मिंटो रोड, आईटीओ, और धौला कुआं जैसे प्रमुख मार्गों पर भारी जलभराव से यातायात प्रभावित हुआ और कई वाहन जलमग्न हो गए। मौसम विभाग ने तूफान से पहले रेड अलर्ट जारी कर आंधी और तेज हवाओं की चेतावनी दी थी।

महाराष्ट्र में प्याज के किसानों पर बेमौसम बारिश की मार

महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश ने पहले से ही कीमतों में बड़ी गिरावट का सामना कर रहे प्याज के किसानों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। नासिक, पुणे और छत्रपति संभाजीनगर जैसे प्रमुख जिलों में मई की शुरुआत से हजारों एकड़ प्याज की फसल बर्बाद हो चुकी है। जिन किसानों के पास उचित भंडारण सुविधाएं नहीं हैं वह सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, क्योंकि खड़ी फसलों के साथ-साथ कटी हुई पसल भी बारिश में भीग चुकी है।

बारिश के कारण कीमतें और गिर गई हैं। लासालगांव बाजार में प्याज की औसत दर 1,150 रुपए प्रति क्विंटल तक गिर गई है।

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