भारत में ईवी की पैठ अभी केवल 1 प्रतिशत के आसपास ही है।

भारत को 30% ईवी का लक्ष्य पाने के लिए चार्जिंग इंफ़्रा पर देना होगा ध्यान: मूडीज

रेटिंग एजेंसी मूडीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की पैठ बढ़ाने में देश के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।  

रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ताओं आदि को दिए जाने वाले सरकारी इंसेंटिव, स्थानीय बैटरी निर्माण, राज्य-स्तरीय सब्सिडी और जीएसटी दरों में कटौती से  ईवी का प्रयोग बढ़ाने में मदद मिलेगी।

मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की रिपोर्ट कहती है कि कारों की बिक्री के मामले में भारत वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे बड़ा बाजार है, लेकिन ईवी की पैठ अभी केवल 1 प्रतिशत के आसपास है।

सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक देश में 30 प्रतिशत वाहन इलेक्ट्रिक हों। ईवी की बिक्री में वृद्धि और सरकार के लक्ष्य की प्राप्ति देश के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और ईवी पर स्विच करने की उपभोक्ताओं की तत्परता पर निर्भर करेगा, मूडीज ने कहा।

भारत समेत दुनिया के एक बड़े हिस्से में अभी एक उचित चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरुरत है, और हाल फ़िलहाल इस बात की कोई संभावना नजर नहीं आ रही कि इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री के अनुपात में चार्जिंग क्षमता कब तक पूरी हो पाएगी।

भारत 2022 में जापान को पीछे छोड़कर चीन और अमरीका के बाद तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया है।

पेरिस में बैन होगी किराए पर ली जा सकने वाली ई-स्कूटर

पेरिस के लोगों ने किराए पर ली जा सकने वाली इलेक्ट्रिक स्कूटरों को बैन करने के पक्ष में बड़ी संख्या में वोट दिया है। पेरिस जो कभी ई-स्कूटर सेवाओं को अपनाने में अग्रणी था, अब ऐप पर बुक किए जा सकने वाले इन वाहनों को प्रतिबंधित करने वाली एकमात्र प्रमुख यूरोपीय राजधानी बनने को तैयार है।

इस साल 1 सितंबर तक यह शहर बैटरी से चलने वाले इन वाहनों को पूरी तरह सड़कों से हटा देगा। सितंबर में पेरिस में लगभग 15,000 ई-स्कूटर संचालित करने का तीन कंपनियों का कॉन्ट्रैक्ट भी समाप्त हो रहा है।

पेरिस 2018 में ई-स्कूटर अपनाने वाले यूरोप के पहले शहरों में से एक था। इन माइक्रो-वाहनों को मोबाइल ऐप की मदद से किराए पर लिया जा सकता है और उपयोग के बाद शहर में कहीं भी छोड़ा जा सकता है। हालांकि, जल्द ही पेरिस के लोग शिकायत करने लगे कि इनकी संख्या बहुत बढ़ गई है और यह यातायात के लिए खतरा हैं

ई-स्कूटरों का विरोध तब और बढ़ गया जब वह पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गए। आलोचकों का आरोप है कि लोग इन वाहनों की सवारी लापरवाही से करते हैं, यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं और गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।

मुंबई में ईवी चार्ज करना हुआ मंहगा

इस महीने से मुंबई में इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी चार्ज करने की लागत बढ़ जाएगी, क्योंकि महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग (एमईआरसी) ने टैरिफ में बढ़ोत्तरी को मंजूरी दे दी है।

एमईआरसी ने शहर भर के ईवी स्टेशनों पर वाहन चार्ज करने के लिए टैरिफ में 14-18 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दे दी है।

अडानी इलेक्ट्रिसिटी द्वारा संचालित ईवी स्टेशनों पर टैरिफ में 14 फीसदी की वृद्धि की जाएगी, वहीं बेस्ट 16 फीसदी की वृद्धि को लागू करेगा। टाटा पावर का उपयोग करने वाले वाहनों को चार्ज करने के लिए 18 प्रतिशत अधिक भुगतान करना होगा।

मुंबई में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के लिए सभी बिजली कंपनियों के संशोधित टैरिफ को अब 7.25/यूनिट कर दिया गया है।

हालांकि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक वाहन चार्ज करने पर 1.50 रुपए प्रति यूनिट की छूट दी जाएगी।

तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहन लांच करेगा बजाज

बजाज ऑटो इस महीने अपना पहला तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहन लांच करेगा

यह वाहन यात्री और कार्गो दोनों श्रेणियों के लिए लांच किया जाएगा, लेकिन शुरुआत में इसे केवल कुछ चुनिंदा स्थानों पर ही प्रयोग किया जा सकेगा।

बजाज पिछले साल ही इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स लांच करना चाहता था, लेकिन सुरक्षा मुद्दों को लेकर इसे स्थगित कर दिया गया।

आईसीआरए की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 तक भारत में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स की पैठ 8 प्रतिशत से बढ़कर 14 से 16 प्रतिशत के बीच हो जाएगी।

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