सांभर में बर्ड फ्लू की पुष्टि : 5 दिन में 80 पक्षियों की मौत, झील में भी मिला मृत प्रवासी पक्षी

एच 5 एन 1 स्ट्रेन का वायरस पक्षियों से इंसानों की बीच भी फैल सकता है। ये वायरस संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने से फैलता है। इस विषाणु से संक्रमित इंसान की मौत भी हो सकती है।

सांभर में बीते 5 दिन से पक्षियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू ही है। इन पांच दिनों में यहां 80 पक्षियों की मौत हो चुकी हैं, जिनमें ज्यादातर कौए हैं। मंगलवार को सांभर झील में भी एक प्रवासी पक्षी कॉमन टीन सहित 8 पक्षी मृत मिले। मध्य प्रदेश में भोपाल की राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान से आई रिपोर्ट के मुताबिक भेजे गए चार सैंपलों में से तीन नमूनों में एच-5 एन-1 स्ट्रेन का वायरस मिला है।

बर्ड फ्लू कंफर्म होने के कारण झील में इस साल अच्छी संख्या में आए प्रवासी पक्षियों पर भी खतरा मंडरा रहा है। मंगलवार को मिले 8 पक्षियों में एक रूफॉस ट्राईपी, एक उल्लू, 5 कौए, एक गल पक्षी मृत मिले। जबकि एक कौआ और एक विदेशी पक्षी कॉमन टील घायल मिले हैं। यह भी हैरान करने वाली बात है कि घायल मिले पक्षियों में अब तक कोई भी पक्षी जिंदा नहीं बचा है।

24 नवंबर, 2021 को सुबह 11 बजे जयपुर जिला कलक्ट्रेट में सांभर में बर्ड फ्लू को लेकर एक बैठक भी रखी गई है। जिसमें पशुपालन, वन विभाग और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक पशुपालन विभाग ने स्थिति से निपटने के लिए 10 वेटनरी डॉक्टर्स और अधिकारियों की ड्यूटी सांभर में लगाई, लेकिन ग्राउंड पर कोई भी नहीं पहुंचा। अधिकारियों की लापरवाही और ढील-पोल वाले रवैये से सांभर में स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। अंदेशा है कि कहीं 2019 जैसी स्थिति ना हो जाए। 2019 में सांभर झील में एवियन बोट्यूलिज्म बीमारी से 30 हजार से ज्यादा प्रवासी पक्षियों की मौत हो गई थी।

एच 5 एन 1 स्ट्रेन का वायरस पक्षियों से इंसानों की बीच भी फैल सकता है। ये वायरस संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने से फैलता है। दो से आठ दिनों के अंदर सामान्य बुखार जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। कफ, बुखार, गले में खरास, मांसपेशियों में दर्द, सिर दर्द और सांस लेने में दिक्कत होती है। इंसानों में मौत का कारण भी यह वायरस बन सकता है।

यह रिपोर्ट डाउन टु अर्थ से साभार ली गई है।

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