सरकार चीन, वियेतनाम और थाइलैंड से आयात होने वाले सोलर उपकरणों पर सेफगार्ड ड्यूटी को एक साल बढ़ा रही है। कुल 15% सेफगार्ड ड्यूटी का मकसद घरेलू उत्पादन को दुरस्त करना है। पीवी मैग्ज़ीन के मुताबिक उत्पादक चाहते हैं कि सरकार अगले चार साल के लिये इस फैसले को लागू करे। असल में सरकार की अपनी स्टडी से यह पता चलता है कि इस सेफगार्ड ड्यूटी के बावजूद घरेलू निर्माता चीन के उत्पादों से टक्कर नहीं ले पा रहे हैं। साल 2016-17 और 2017-18 के बीच सोलर सेल और सोलर मॉड्यूल 6.37 गीगावॉट से 9.79 गीगावॉट हो गया। सरकार ने सोलर मॉड्यूल के आयात पर 20-25% बेसिक कस्टम ड्यूटी का प्रस्ताव रखा है जिसे धीरे धीरे 40% तक बढ़ाया जायेगा।
महामारी से टक्कर! कंपनी ने वेतन बढ़ाये, सोलर प्रोजेक्ट बढ़ाने का इरादा
महामारी के बावजूद साफ ऊर्जा क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिन्यू पावर साल 2025 तक 40 से 50 हज़ार करोड़ का निवेश करेगी। इससे कंपनी 2000 मेगावॉट का सोलर सेल और मॉड्यूल बनाने की यूनिट लगायेगी। जानकार कहते हैं कि कंपनियों साफ ऊर्जा की ताकत को समझ रही हैं। गौतम अडानी 25,000 मेगावॉट क्षमता के साथ इस क्षेत्र में बड़ी ग्लोबल पावर बनने की दिशा में है। रिन्यू पावर का कहना है कि पूरे लॉकडाउन के दौरान साफ ऊर्जा सप्लाई जारी रखने के कारण ही वह अभी अपने कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने की स्थिति में है।
राजस्थान ने बढ़ाये सोलर के लक्ष्य, तमिलनाडु ने नये एमओयू पर दस्तख़त किये
राजस्थान सरकार सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) से 1,070 मेगावॉट से ज्यादा ग्रिड-कनेक्टेड फोटो वोल्टिक एनर्जी लेने के लिये तैयार है। राज्य का लक्ष्य है कि 2023-24 आने तक उसकी ज़रूरत का 21% सोलर से पूरा होने लगे। इससे राज्य का बिजली पर होने वाला खर्च घटेगा। उधर तमिलनाडु सरकार ने अलग अलग कंपनियों के साथ 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू साइन किये हैं। माना जा रहा है कि इससे क्लान एनर्जी सेक्टर में 13,500 से अधिक नौकरियां मिलेंगी। कर्नाटक के तुमाकुरा स्मार्ट सिटी ने सरकारी भवनों पर 1.2 मेगावॉट के रूफ टॉप सोलर प्रोजेक्ट के लिये टेंडर जारी किया है।
दो साल पहले, हमने अंग्रेजी में एक डिजिटल समाचार पत्र शुरू किया जो पर्यावरण से जुड़े हर पहलू पर रिपोर्ट करता है। लोगों ने हमारे काम की सराहना की और हमें प्रोत्साहित किया। इस प्रोत्साहन ने हमें एक नए समाचार पत्र को शुरू करने के लिए प्रेरित किया है जो हिंदी भाषा पर केंद्रित है। हम अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद नहीं करते हैं, हम अपनी कहानियां हिंदी में लिखते हैं।
कार्बनकॉपी हिंदी में आपका स्वागत है।
आपको यह भी पसंद आ सकता हैं
-
40% आयात शुल्क के कारण एक्मे-स्कैटेक ने 900 मेगावाट की सौर परियोजना रोकी
-
हरित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारत को सकल घरेलू उत्पाद का 11% खर्च करना होगा, 40% खर्च नवीकरणीय ऊर्जा में होना चाहिए: मैकिन्से
-
भारत साफ ऊर्जा के संयंत्रों को ग्रिड से जोड़ने के लिये लगाएगा 161 करोड़ डॉलर
-
मिशन 500 गीगावॉट और नेट ज़ीरो वर्ष का हुआ ऐलान पर व्यवहारिक दिक्कतें बरकार
-
साफ ऊर्जा बढ़ाने के लिये भारत की “मिशन 500 गीगावॉट” की योजना