आजकल अमेज़न पर बड़ी डिपेंडेंस महसूस कर रहे हैं न आप? ज़ाहिर है सब कुछ वहीँ से मंगाते होंगे कोविड से बचने के लिए।
लेकिन क्या आपको एहसास है कि आप, और आपकी पिछली पीढियां, अमेज़न पर हमेशा से ही निर्भर रही हैं? हैरान हो गए न? आप सोच रहे होंगे अमेज़न तो महज़ कुछ साल पुरानी शौपिंग वेबसाईट है।
दरअसल जिस अमेज़न के बारे में आपको ज़्यादा जानना चाहिए, उसी अमेज़न से बेफ़िक्र हैं आप।
तो जनाब, आप जो ये साँस ले रहे हैं न, उसकी बीस प्रतिशत ऑक्सीजन अमेज़न के जंगल से आती है। जी हाँ, अमेज़न का जंगल इतना बड़ा है कि दुनिया की 20 प्रतिशत ऑक्सीजन यहीं से आती है। और अगर यह कोई देश होता, तो 2.1 मिलियन वर्गमील में फैला हुआ यह जंगल सबसे बड़े देशों की लिस्ट में नौवें पायदान पर दिखता।
यूँ ही नहीं इसे दुनिया का सबसे बड़ा रेन फॉरेस्ट (वर्षावन) और ‘पृथ्वी का फेफड़ा’ कहते हैं। दक्षिणी अमेरिका से ब्राजील तक फैले इस जंगल पर लीड्स यूनिवर्सिटी ने साल 2017 में एक रिसर्च की थी। उस रिसर्च में निकल कर यह आया कि जितना कार्बन उत्सर्जन कई देश मिल कर करते हैं, उतना कार्बन तो अमेज़न बेसिन अपने अन्दर अकेले जज़्ब कर लेता है।
अब आपको शायद समझ आया होगा कि कितना ज़रूरी है आपके और हमारे लिए यह वाला अमेज़न।
लेकिन यह जंगल खत्म हो रहा है। और सबसे बड़े दुर्भाग्य की बात है कि यह जंगल राजनीतिक उदासीनता से खत्म हो रहा है। ब्राज़ील के मौजूदा राष्ट्रपति जैर बोल्सनारो के पदभार संभालने के बाद से ब्राज़ील के अमेज़न जंगल ने स्विट्जरलैंड के आधे हिस्से जितना क्षेत्र खो दिया है।
हाल ही में जारी किए गए आधिकारिक डेटा के अनुसार ब्राज़ील के अमेज़न में वनों की कटाई की ताज़ा दर 9.205 वर्ग किलोमीटर रही जो की पिछले 12 महीनों (2018-19) के मुकाबले 34 प्रतिशत की वृद्धि बताती है।
इतना ही नहीं, ब्राज़ील में पिछले साल के मुकाबले इस साल जुलाई में अमेज़न के जंगल में आग लगने की घटनाएं 28 प्रतिशत तक बढ़ गईं। हाल ही में ब्राजील के राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने बताया था कि पिछले महीने, जुलाई में, अमेज़न वर्षा वनों में आग लगने की 6,803 घटनाएं दर्ज कीं गयीं। जबकि जुलाई 2019 में 5,318 घटनाएं दर्ज हुईं थीं।
कुल मिलाकर कहें तो बोल्स्नारो के शासन में अमेज़न जंगल दोगुनी रफ़्तार से बर्बाद हो रहे हैं। और अगर यह सिलसिला यूं ही चलता रहा तो अगले 20 वर्षों से पहले ही पृथ्वी का फेफड़ा एक बेहद संवेदनशील स्थिति में पहुंच जायगा।
स्थिति की गंभीरता को ऐसे समझिये कि अगर अमेज़न की बर्बादी यूँ ही चलती रही तो न सिर्फ़ वहां का क्षेत्रीय मौसम का पैटर्न स्थायी रूप से बदल सकता है, आपका और हमारा दम भी घुटने लगेगा। सोचिये, जब अमेज़न जैसा कार्बन सिंक नहीं रहेगा और जीवित वर्षावन सूखे सवाना में बदल जायेंगे तब आपकी और हमारी वजह से निकली अरबों टन कार्बन वायुमंडल में रह कर क्या असर करेगी इस दुनिया पर।
इसकी बर्बादी की फिर से बात करें तो पता चलता है कि अगस्त 2019 और जुलाई 2020 के बीच वनों की कटाई का क्षेत्र दो साल पहले की तुलना में 101 प्रतिशत अधिक है, जिसका अर्थ है कि बोल्सनारो की सरकार ने ब्राज़ील के अमेज़न वन के विनाश की गति लगभग दोगुनी कर दी है।
इस जंगल में आग लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी पर नज़र डालें, तो यहाँ भी बोल्सनारो सरकार की आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए अमेज़न में भूमि साफ करने की अपील एक बड़ी वजह दिखती है।
वहीँ जैर बोल्सनारो दुनिया भर में अपने पर्यावरण को लेकर अपने रवैये को बचाते दिखाई देते हैं। उन्होंने अपने आलोचकों पर अमेज़न के जंगलों में लगी आग को लेकर झूठ बोलने का आरोप तक लगा दिया था।
जेर बोल्स्नारो ने जनवरी 2019 में पदभार संभाला था और अगर हम तब से अब तक के 20 महीनों की अवधि पर विचार करते हैं तो पता चलता है कि अमेज़न वर्षावन ने अपना 20.500 किमी² खो दिया है – जो कि आधे स्विट्जरलैंड (41.285 किमी²) के बराबर का हिस्सा है।
बोल्स्नारो की इस विफलता के बीच पर्यावरणविद इस बात से चिंतित हैं अमूमन आग लगने की घटनाएं अगस्त से शुरू होती हैं। लेकिन ताज़ा आंकड़े तो जुलाई से ही विनाष के संकेत दे रहे हैं। गौरतलब है कि अमेज़न अगर बेहद बड़ा कार्बन सिंक है तो ब्राज़ील दुनिया में 6वाँ सबसे बड़ा उत्सर्जक भी है और यहाँ कुल ग्रीनहाउज़ गैसों के उत्सर्जन में 44 प्रतिशत योगदान वनों की कटाई है।
ज्ञात हो कि ब्राज़ील के अमेज़न जंगल में आग का मौसम शुरू हो चुका है और इस साल हम शायद 2019 से भी भयावह छवियों का दोहराव देखें। फ़िलहाल, आप अमेज़न पर अपनी नज़र और फ़िक्र बनाए रखिए, क्योंकि जब तक उसके बचने की आस है, आपकी साँस है।
दो साल पहले, हमने अंग्रेजी में एक डिजिटल समाचार पत्र शुरू किया जो पर्यावरण से जुड़े हर पहलू पर रिपोर्ट करता है। लोगों ने हमारे काम की सराहना की और हमें प्रोत्साहित किया। इस प्रोत्साहन ने हमें एक नए समाचार पत्र को शुरू करने के लिए प्रेरित किया है जो हिंदी भाषा पर केंद्रित है। हम अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद नहीं करते हैं, हम अपनी कहानियां हिंदी में लिखते हैं।
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