प्रदूषण में अव्वल: दिल्ली और पूरा एनसीआर रीज़न प्रदूषण के लिये जाना जाता है लेकिन गाज़ियाबाद पिछले कुछ हफ्तों से वायु प्रदूषण में नंबर वन बना हुआ है। फोटो: Reuters

गाज़ियाबाद दो हफ्ते में 7 बार बना भारत का सबसे प्रदूषित शहर

पिछले पखवाड़े गाज़ियाबाद सात बार भारत का सबसे प्रदूषित शहर पाया गया। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड यानी (CPCB) के मीटरों द्वारा मापे गये एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) में 22 नवंबर से 5 दिसंबर के बीच देश के 100 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में गाज़ियाबाद कम से कम सात बार नंबर-1 रहा।  पिछले शनिवार गाज़ियाबाद का AQI 434 रिकॉर्ड किया गया जब वह सबसे प्रदूषित था। जानकारों का कहना है कि शहर में इतने प्रदूषण के लिये स्थानीय कारक अहम हैं जिनमें भवन और सड़क जैसे निर्माण कार्यों के साथ वाहन और औद्योगिक इकाइयों का चलना शामिल हैं। 

एनसीआर में साफ ईंधन का इस्तेमाल अनिवार्य 

केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के नये नियमों के मुताबिक अब राजधानी दिल्ली से लगे इलाकों (एनसीआर) में नई औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी और सीएनजी जैसे कम प्रदूषण वाले ईंधन ही इस्तेमाल करने होंगे। यह आदेश नई यूनिटों के लिये है क्योंकि पुरानी इकाइयां साफ ईंधन के इस्तेमाल में सुस्त और अनमनी हैं। उद्योगों का कहना है कि सीपीसीबी ने यह फैसला प्रदूषण में सालाना उछाल के वक्त जल्दबाज़ी में प्रतिक्रिया स्वरूप लिया है क्योंकि एनसीआर में 75% उद्योग ऐसे इलाकों में हैं जहां पीएनजी कनेक्शन नहीं है। ऐसे में बोर्ड के फैसले का पालन कैसे हो पायेगा। 

सुप्रीम कोर्ट ने फोक्सवेगन पर मुकदमा रद्द करने से किया इनकार

सुप्रीम कोर्ट ने जर्मन ऑटोमोबाइल कंपनी फोक्सवेगन के खिलाफ कार में इमीशन चीटिंग डिवाइस से जुड़े मामले में एफआईआर रद्द करने से इनकार कर दिया है।  सर्वोच्च अदालत ने स्कोडा को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा करना एक अपवाद होना चाहिये न कि सामान्य नियम। इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी कंपनी के खिलाफ एफआईआर रद्द करने की याचिका ठुकरा दी थी हालांकि कंपनी पुलिस द्वारा चार्जशीट फाइल करने तक अपने किसी अधिकारी को रोकने में कामयाब हो गई है। कंपनी के खिलाफ कार में “चीट डिवाइस” (उत्सर्जन मामले में धोखाधड़ी करने वाला यंत्र) लगाने का मामला है।

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