चमोली आपदा में “मानव गतिविधि न होने” का दावा गलत: विशेषज्ञ
जानकारों ने DRDO के एक शीर्ष अधिकारी के बयान की आलोचना की, जिसने कहा गया
जानकारों ने DRDO के एक शीर्ष अधिकारी के बयान की आलोचना की, जिसने कहा गया
वैज्ञानिकों ने इस संभावना से इनकार किया है कि 7 फरवरी को ऋषिगंगा में आई
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने राष्ट्रीय ताप बिजली कॉर्पोरेशन यानी एनटीपीसी को पर्यावरण नियमों के
उत्तराखंड के चमोली ज़िले में अचानक बाढ़ से जहां 200 से अधिक लोगों के मरने
अचानक जोशीमठ से करीब 22 किलोमीटर पहले ऋषिगंगा नदी के पानी में उफान आ गया.