टोयोटा पर लगा भ्रामक मार्केटिंग, ग्रीनवाशिंग का आरोप

कॉर्पोरेट वॉचडॉग एको की एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टोयोटा ने झूठे दावे करके ‘इलेक्ट्रिक’ वाहनों के नाम पर हाइब्रिड और दूसरे प्रदूषणकारी वाहन बेचे। रिपोर्ट में कहा गया है कि 23 देशों में 25 आधिकारिक टोयोटा वेबसाइटों पर कई भाषाओं में भ्रामक विज्ञापन दिए गए और वाहनों के पर्यावरण अनुकूल होने को लेकर झूठे दावे किए गए।

रिपोर्ट में कहा गया है कि टोयोटा की ‘इलेक्ट्रिफाइड’ कैंपेन ने ईवी की बढ़ती मांग का फायदा उठाकर ज्यादातर हाइब्रिड वाहन बेचे। 

रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है कि कैसे कंपनी ने बार-बार ‘इलेक्ट्रिफिकेशन’, ‘इलेक्ट्रिफाइड’ और यहां तक कि ‘इलेक्ट्रिक’ आदि शब्दों का गलत तरीके से प्रयोग किया और यह बताने की कोशिश की कि उसके हाइब्रिड वाहन भी इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे ही हैं, या उनकी आपस में अदला-बदली की जा सकती है।

रिपोर्ट में उपभोक्ता संरक्षण अधिकारियों से सिफारिश की गई है कि वह टोयोटा की वेबसाइटों और अन्य मार्केटिंग सामग्रियों की जांच करें।         

पिछले साल के मुकाबले 69% बढ़ी ईवी बिक्री

दुनिया भर में जनवरी 2024 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 69 प्रतिशत बढ़ी। लेकिन पिछले दिसंबर 2023 के मुकाबले जनवरी 2024 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 26 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जो जर्मनी और फ़्रांस द्वारा सब्सिडी में कटौती और चीन में बिक्री में गिरावट के कारण हो सकता है।

जनवरी में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कारों, या बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (बीईवी) और प्लग-इन हाइब्रिड की बिक्री 11 लाख  तक पहुंच गई, जो जनवरी 2023 में 660,000 थी। अमेरिका और कनाडा में जनवरी की बिक्री एक साल पहले की तुलना में 41% अधिक थी और चीन में यह लगभग दोगुनी हो गई। यूरोपीय संघ, यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) और यूनाइटेड किंगडम में बिक्री 29% बढ़ी।

वहीं दिसंबर 2023 के मुकाबले चीन में बिक्री 26% कम रही। यूरोप में बिक्री में 32% और अमेरिका और कनाडा में 14% की गिरावट हुई।

ईवी अडॉप्टेशन की दौड़ में केरल सबसे आगे

देश में बिकने वाले यात्री वाहनों में से केवल 4% केरल में बिकते हैं। लेकिन हाल ही में इस दक्षिणी राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग ने वाहन निर्माताओं को भी हैरान कर दिया है। ईवी तकनीक को अपनाने की दौड़ में केरल तेजी से आगे बढ़ा है, और पिछले 12-18 महीनों में बड़े पैमाने पर बाजार में किफायती मूल्य पर लॉन्च की गई इलेक्ट्रिक कारों को अपनाने में यह केवल महाराष्ट्र से पीछे है।

उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इन राज्यों में बिक्री बढ़ने का कारण है उपभोक्ता जागरूकता में वृद्धि, संचालन की लागत में कमी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार।

टाटा ने ईवी कीमतें 1 लाख रुपए तक घटाईं

टाटा मोटर्स ने घोषणा की है कि वह अपनी नेक्सॉन और टियागो ईवी की कीमत 1,20,000 रुपए तक कम कर रही है। कीमत में कमी मुख्य रूप से इन कारों के निर्माण में उपयोग की जाने वाली बैटरी की कीमतों में गिरावट के कारण है।

कीमत में कटौती के बाद, टाटा टियागो ईवी की भारत में कीमत 7.99 लाख रुपए से शुरू होगी। नेक्सॉन ईवी की कीमत 14.49 लाख रुपए से शुरू होगी जबकि लंबी दूरी की नेक्सॉन ईवी की कीमत 16.99 लाख रुपए से शुरू होगी।

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