उत्तराखंड: खतरे में है सूखाताल का अस्तित्व, कैसे बचेगा नैनीताल
जिस नैनीताल झील पर कस्बे की अर्थव्यवस्था फली-फूली है, आज उसपर भी सूखने का खतरा
जिस नैनीताल झील पर कस्बे की अर्थव्यवस्था फली-फूली है, आज उसपर भी सूखने का खतरा
निरंतर मॉनीटरिंग के लिये लगाये गये CAAQMS से उपलब्ध डाटा का वेबसाइट NCAP Tracker ने विश्लेषण किया और पाया कि 132 में से केवल 36 शहर लक्ष्य में खरे उतरे। वाराणसी के प्रदूषण में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई।
देश की राजधानी दिल्ली में दो दिन लगातार बारिश से सारी व्यवस्था चरमरा गई। पूर्व
डब्लूएचओ की रिपोर्ट कहती है कि 2019 में दक्षिण पूर्व एशिया में सत्तर हज़ार से
उत्तराखंड में झीलों की नगरी नैनीताल और उसके आसपास का इलाका कई वजहों से संकट
प्रख्यात गांधीवादी, पर्यावरणविद्, चिपको और टिहरी आंदोलन के प्रणेता सुन्दरलाल बहुगुणा का देहांत 21 मई
प्राकृतिक इतिहासकार डेविड एटनबरो अपने बीबीसी प्रकृति वृत्तचित्रों के लिए सबसे अधिक जाने जाते हैं।
वैज्ञानिकों ने इस संभावना से इनकार किया है कि 7 फरवरी को ऋषिगंगा में आई
हाल ही में आए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के तहत कई राज्यों के आंकड़े जारी
खनन प्रभावित इलाकों में पर्यावरण पर पड़ते असर की बात तो खूब होती है पर