जनवरी 2025 में दिल्ली देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। इसके साथ राष्ट्रीय राजधानी लगातार चौथे महीने देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल रही। वायु प्रदूषण पर काम करने वाली सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) के विश्लेषण में यह पाया गया है कि देश की राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर 165 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पाया गया जो तय सुरक्षित मानकों (60 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर) से काफी ऊपर है।
मेघालय का बर्निहाट देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा जहां यह आंकड़ा 214 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया। विश्लेषण में पाया गया कि 105 शहरों में पीएम 2.5 का स्तर सुरक्षित मानकों से खराब था। जनवरी में 23 दिन बहुत ख़राब रही और 3 दिन हवा की क्ववालिटी ख़तरनाक (सीवियर) दर्ज की गई।
दो साल पहले, हमने अंग्रेजी में एक डिजिटल समाचार पत्र शुरू किया जो पर्यावरण से जुड़े हर पहलू पर रिपोर्ट करता है। लोगों ने हमारे काम की सराहना की और हमें प्रोत्साहित किया। इस प्रोत्साहन ने हमें एक नए समाचार पत्र को शुरू करने के लिए प्रेरित किया है जो हिंदी भाषा पर केंद्रित है। हम अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद नहीं करते हैं, हम अपनी कहानियां हिंदी में लिखते हैं।
कार्बनकॉपी हिंदी में आपका स्वागत है।
आपको यह भी पसंद आ सकता हैं
-
दिल्ली में हवा ज़हरीली; अभिभावकों और कार्यकर्ताओं का इंडिया गेट पर प्रदर्शन
-
दिल्ली तक सीमित नहीं प्रदूषण, उत्तर भारत के कई शहरों की हवा हुई जानलेवा
-
भारत में वायु प्रदूषण से 2022 में 17 लाख मौतें, जीडीपी का 9.5% आर्थिक नुकसान: द लैंसेट
-
दिल्ली-एनसीआर में दिवाली पर ग्रीन पटाखों को मंजूरी
-
गंगा में पैकेजिंग कचरा प्रदूषण का सबसे बड़ा स्रोत: अध्ययन
