tribal rights

बदलते नियम और खदानों का विस्तार: जंगलों पर है किसका अधिकार?

आदिवासी बहुल होने के बाद भी बरका सयाल अपने कोयला खनन के लिए अधिक जाना जाता है। विशेष सरकारी रियायतों के कारण खनन के विस्तार के बाद यह पहचान और सुदृढ़ हो गई है — जो भारत की एक परेशान कर देने वाली वास्तविकता को दर्शाता है।

जैव विविधता सम्मेलन: आदिवासियों के अधिकारों का सम्मान पर बड़े विनाशकारी प्रोजेक्ट्स की पहचान नहीं

जैव विविधता सम्मेलन में कुछ ऐतिहासिक फैसले हुए हैं लेकिन बायोडाइवर्सिटी को क्षति पहुंचाने वाले