केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी और नितिन गडकरी ने भारत का पहला हेवी-ड्यूटी ई-ट्रक लॉन्च किया है, जिसमें स्वैपेबल बैटरी और स्वैप-कम-चार्जिंग स्टेशन की सुविधा है। ईटी ऑटो की रिपोर्ट के मुताबिक इस तकनीक के जरिए ई-ट्रक की बैटरी को मात्र 7 मिनट में बदला जा सकता है, जबकि पारंपरिक चार्जिंग में लगभग दो घंटे लगते हैं।
यह पहल लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने और 2047 तक ऊर्जा स्वतंत्रता तथा 2070 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
दिल्ली में दोपहिया ईवी पर सब्सिडी दोगुनी होगी, आईसीई वाहनों को स्क्रैप करने पर टैक्स लाभ
दिल्ली सरकार की नई ईवी नीति के तहत दोपहिया वाहनों पर मिलने वाली सब्सिडी को दोगुना किया जाएगा। बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार इसके साथ ही, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार और आईसीई (Internal Combustion Engine) वाहनों को स्क्रैप करने पर टैक्स छूट दी जाएगी।
यह नीति विशेष रूप से वाणिज्यिक ईवी उपयोगकर्ताओं के लिए बनाई गई है, जिसके तहत बाजारों और उच्च-डिलीवरी जोनों में दोपहिया चार्जिंग पॉइंट लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
चीन नवंबर से लिथियम-आयन बैटरी पार्ट्स के निर्यात पर लगाएगा नियंत्रण
ऑटोकारप्रो के अनुसार, चीन ने लिथियम-आयन बैटरी और उससे जुड़ी निर्माण सामग्रियों के निर्यात पर कड़े नियम लागू किए हैं। नवंबर से इन उत्पादों का निर्यात करने के लिए कंपनियों को वाणिज्य मंत्रालय से अनुमति लेनी होगी।
चीन ने रेयर अर्थ तत्वों और संबंधित तकनीकों के निर्यात नियंत्रण का दायरा भी बढ़ाया है। अब नियंत्रण में पाँच मध्यम से भारी दुर्लभ खनिज तत्व — होल्मियम, एर्बियम, थुलियम, यूरोपियम और इटरबियम — शामिल होंगे।
टोयोटा और सुमितोमो मेटल मिलकर बनाएंगे ईवी के लिए सॉलिड-स्टेट बैटरियां
टोयोटा और सुमितोमो मेटल माइनिंग ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सॉलिड-स्टेट बैटरी के कैथोड मटेरियल के विकास में प्रगति की है और अब वे इस सामग्री के व्यावसायिक उत्पादन की दिशा में काम करेंगे।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार टोयोटा की योजना है कि वह 2027 या 2028 तक सॉलिड-स्टेट बैटरियों से लैस वाहन लॉन्च करे। हालांकि, बड़े पैमाने पर उत्पादन में कच्चे माल की सीमित उपलब्धता, जटिल निर्माण प्रक्रिया, और उच्च लागत जैसी चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
स्वच्छ ऊर्जा तकनीक के निर्यात में चीन ने बनाया रिकॉर्ड, अमेरिका को पीछे छोड़ा
चीन ने अगस्त में इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर पैनलों, बैटरियों और अन्य स्वच्छ तकनीकों के निर्यात में 120 अरब डॉलर का नया रिकॉर्ड बनाया है। इसके मुकाबले, अमेरिका के तेल और गैस निर्यात 80 अरब डॉलर पर रहे।ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक उभरते बाजारों में चीन के निर्यात तेज़ी से बढ़ रहे हैं, खासकर क्योंकि सोलर पैनलों की कीमतों में गिरावट जारी है। इस वर्ष, चीन के आधे से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्यात ओईसीडी देशों के बाहर के बाज़ारों में हुआ है।
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