राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में शनिवार को वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से बिगड़ने के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) के तहत सबसे सख्त स्टेज-IV प्रतिबंध लागू कर दिए।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 431 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में है। यह इस वर्ष अब तक का सबसे खराब स्तर है। इससे पहले 11 नवंबर को एक्यूआई 428 दर्ज किया गया था।
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली ने रविवार को भी स्थिति ‘गंभीर’ बने रहने की संभावना जताई है।
इससे पहले शनिवार को ही सीएक्यूएम की ग्रैप उप-समिति ने पूरे एनसीआर में स्टेज-III के प्रतिबंध लागू किए थे, लेकिन प्रदूषण स्तर में लगातार तेज वृद्धि को देखते हुए शाम 6.30 बजे आपात बैठक कर स्टेज-IV लागू करने का फैसला लिया गया।
दिल्ली का एक्यूआई सुबह 10 बजे 401 था, जो कम हवा की गति, स्थिर वातावरण और प्रतिकूल मौसम के कारण शाम तक बढ़कर 448 तक पहुंच गया।
स्टेज-IV के तहत दिल्ली-एनसीआर में सभी निर्माण और ध्वस्तीकरण गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्ली में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर ट्रकों के प्रवेश पर रोक रहेगी। बीएस-IV और उससे नीचे के डीजल भारी वाहनों के संचालन पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। स्कूलों को प्राथमिक से लेकर कक्षा 9 और 11 तक हाइब्रिड मोड में कक्षाएं चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
आंकड़ों के अनुसार, प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान सबसे अधिक रहा। मौसम विभाग ने बताया कि हल्का कोहरा और कम हवा की गति के कारण आने वाले दिनों में भी प्रदूषण बना रह सकता है।
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