जलवायु संकट: पाकिस्तान में बाढ़, यूरोप में सूखा और भारत में विनाश की आहट
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव इतने व्यापक हो गए हैं कि दुनिया के किसी सुदूर कोने
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव इतने व्यापक हो गए हैं कि दुनिया के किसी सुदूर कोने
भारत भले ही जलवायु परिवर्तन से सबसे संकटग्रस्त देशों में हो लेकिन यहां की संसद
भारत के उत्तरी और पूर्वी हिस्से में ज़बरदस्त मॉनसूनी बारिश और भूस्खलन के कारण करीब
कैबिनेट ने पेरिस समझौते के तहत भारत के नये एनडीसी (जलवायु परिवर्तन से लड़ने के
क्या है जलवायु परिवर्तन? हमारी जलवायु सूर्य, पृथ्वी और महासागरों, हवा, बारिश और बर्फ, तापमान, आर्द्रता,
भारत में राष्ट्रीय लक्ष्य से 40% कम वर्ष 2030 तक सिर्फ 5 करोड़ इलेक्ट्रिक वाहन
ख़बर है कि भारत सरकार ने अंडमान के समुद्री इलाके में तेल और गैस की
देश की सबसे बड़ी पावर कंपनी नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) की सहयोगी कंपनी एनटीपीसी
एक नए अध्ययन ने पाया है कि जलवायु संकट भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता को
रिपोर्ट में इस बात की भी 93 फीसदी आशंका जताई है कि वर्ष 2022 से